भोपाल। कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह तथा हरदीप सिंह डंग के नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में खड़े होने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनके बयानों से किनारा कर लिया है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डंग को धन्यवाद दिया और कहा बाकी कांग्रेसी भी इसे पढ़ें और समझकर डंग को फॉलो करें। इधर, अपने विधायकों की टिप्पणियों पर पीसीसी संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने कांग्रेस के सदस्यों से एआईसीसी की रीति-नीति के अनुरूप ही बयान देने की सलाह दी है तो मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उनकी डंग से बात नहीं हो सकी है। इसलिए कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।
एक ओर एआईसीसी ने नागरिकता कानून के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन कर विरोध जताया है। दूसरी ओर प्रदेश में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई तथा कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने इस पर राजनीति बंद करने की सलाह देने संबंधी ट्वीट कर दिया है। वहीं कांग्रेस विधायक डंग ने भी सीएए का समर्थन करते हुए कहा इसमें कोई बुराई नहीं है। उनके वायरल वीडियो में वे कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि अगर पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश का कोई व्यक्ति दुखी है और उसे यह सुविधा मिल रही है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सवाल किया है कि जब वे गुजरात के गृह मंत्री थे, तब उन्होंने पाकिस्तान में धार्मिक आधार पर प्रताड़ना के चलते राजकोट में रहने वाले परिवारों की पीड़ा क्यों नहीं समझी। यह तथ्य नागरिक संशोधन कानून को लेकर जेपीसी की रिपोर्ट में है, जो सात जनवरी 2019 को लोकसभा में प्रस्तुत की गई थी। दुबे ने पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि उद्योगपति राहुल बजाज ने उद्योग जगत की बदहाली के बारे में बयान दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने ध्यान बांटने के लिए सीएए को आधार बनाकर ध्रुवीकरण की राजनीति की। जेपीसी ने अहमदाबाद व राजकोट के दौरे में पाया था कि सैकड़ों हिंदू परिवार पाकिस्तान में धार्मिक आधार पर प्रताड़ना के चलते राजकोट आए, जिन्हें राज्य सरकार द्वारा सुविधा नहीं दिए जाने से नागरिकता देने में ज्यादा देरी की गई।
विधायकों की पार्टी लाइन के बाहर टिप्पणी पर संगठन पदाधिकारियों ने सीधी टिप्पणी से बचने की कोशिश की है। विधायकों पर कार्रवाई का अधिकार मुख्यमंत्री कमलनाथ को है। पीसीसी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने अधिकृत टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस के हर सदस्य को पार्टी की रीति- नीति के अनुरूप बयान देना चाहिए।