इंदाैर। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2019 रविवार को इंदौर सहित प्रदेशभर में आयोजित की गई। सुबह कड़ी चेकिंग के बीच छात्रों ने परीक्षा दी। 540 पदों पर भर्ती के आयोजित परीक्षा में 3 लाख 66 हजार 453 परीक्षार्थियों ने भाग लिया। इसके लिए प्रदेशभर में 892 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे, जिसमें से सबसे ज्यादा 80 परीक्षा केन्द्र इंदौर में थे, जहां करीब 40 हजार छात्रों ने परीक्षा दी।
ठंड को देखते हुए इस बार छात्रों को थोड़ी राहत दी गई। वे जूते-मौजे और स्वेटर पहनकर परीक्षा केंद्र में दाखिल हुए। हालांकि इसके लिए उन्होंन दो बार चेकिंग से गुजरना पड़ा। इसके पहले जो परीक्षाएं आयोजित की गईं, उसमें गर्म कपड़े और जूते-मोजे बाहर ही उतरवा लिए गए थे। इतना ही नहीं फुल अस्तीन की शर्ट भी पहनकर जाने में मनाही थी।
दरअसल, पीएससी परीक्षा को लेकर निर्णय लिया गया था कि अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र पर टोपी, घड़ी और जूते-मोजे स्वेटर-जैकेट पहनकर नहीं जा सकेंगे, लेकिन ठंड को देखते हुए पीएससी ने स्वेटर-जैकेट और जूते के मामले में अधिकार जिला प्रशासन को सौंपे गए थे। यह परीक्षा दो शिफ्ट में यानि सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दोपहर 2.15 बजे से 4.15 बजे तक आयोजित की गई। दोनों ही पालियों मे सुबह 10 और दोपहर 2.15 बजे के बाद उम्मीदवारों के प्रवेश
परीक्षार्थी बालों को बांधने वाले क्लेचर, बकल, घड़ी, हाथ में पहने जाने वाले किसी भी प्रकार के बैंड, कमर में पहने जाने वाले बेल्ट, धूप के चश्मे, पर्स, वॉलेट, टोपी प्रतिबंधित की गई है। इनके अलावा सिर नाक, कान, गला, हाथ-पैर, कमर आदि में पहनने वाले सभी प्रकार के आभूषण और हाथ में बंधे धागे, कलावा, रक्षा सूत्र आदि का सूक्ष्मता से परीक्षण करने बाद ही कक्ष में प्रवेश दिया गया।