ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर के एक शासकीय विद्यालय में पदस्थ सहायक शिक्षक ने दूसरे शासकीय विद्यालय में पदस्थ महिला सहायक अध्यापक को मोबाइल फोन पर अभद्र मैसेज किया। यह शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी हरभवन सिंह तोमर पर पहुंची तो उन्होंने उक्त सहायक शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बताया गया कि इससे पहले महिला सहायक अध्यापक ने सहायक शिक्षक की पिटाई भी की थी। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि शासकीय बालक प्राथमिक विद्यालय फ्री गंज भिण्ड में पदस्थ सहायक शिक्षक रामेंद्र सिंह कुशवाह ने 31 दिसंबर की रात एक महिला सहायक अध्यापक के मोबाइल पर अभद्र मैसेज भेजे। यह शिकायत महिला सहायक अध्यापक ने जिला शिक्षा अधिकारी हरभवन सिंह तोमर से की। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) हरभवन सिंह तोमर ने उक्त सहायक शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। सूत्रों की माने तो महिला ने डीईओ से शिकायत करने से पहले यह बात अपने परिवार में बताई, जिसके बाद आक्रोशित महिला ने उक्त सहायक शिक्षक की पिटाई भी की है।
बता दें कि उक्त सहायक शिक्षक रामेंद्र सिंह पहले भी कक्षा आठवीं की छात्रा के साथ छेडछाड कर चुका है। अगस्त 2017 में वे जब महारानी लक्ष्मीबाई कन्या विद्यालय में पदस्थ थे। तब उन्होंने कक्षा 8वीं की एक छात्रा से छेडछाड की। इस बात से गुस्साएं छात्रा के पिता कुल्हाडी लेकर विद्यालय पहुंच गए थे। यह मामला पुलिस थाने तक भी पहुंचा था। लेकिन बाद में सामाजिक पंचायत में वह सुलझ गया।
भिण्ड के जिला शिक्षा अधिकारी हरभुवन सिंह तोमर ने बताया कि शिक्षक रामेन्द्र सिंह कुशवाह के खिलाफ एक महिला शिक्षिका ने शिकायत की थी। शिकायत जांच में सही पाए जाने पर शिक्षक को निलंबित किया गया है।
आरोपी शिक्षक रामेन्द्र सिंह कुशवाह ने बताया कि स्कूलों में पढाने वाली शिक्षिका लाली लिपिस्टिक लगाकर व भडकाऊ कपडे पहनकर स्कूल आती है। उनका काम स्कूल में बच्चों को पढाना नहीं बल्कि भले इंसान को अपने जाल में फंसाना है। जो इनके जाल में नहीं फंसता उसे झूठे मामलों में फंसाना है। मैं भी शिक्षिका के बहकावे में नहीं आया इसलिए मुझे फंसाया गया है। शासन को महिला शिक्षिकाओं पर डेªसकोड लागू किया जाना चाहिए। जिससे वह भडकाऊ न दिखें।