दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह नगर के बीचों-बीच सुभाष वार्ड में एक 80 साल की वृद्ध महिला की आग से जलकर मौत हो जाने से सनसनी फैल गई। महिला का शव घर में अधजला मिला है। जांच के दौरान कमर के ऊपर का पूरा हिस्सा जला मिला और पास में ही केरोसिन की बॉटल भी मिली है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला जांच में लिया। इससे पहले 7 जुलाई 2017 को बुजुर्ग महिला की बेटी महिला बाल विकास विभाग की पवेर्यक्षक की हत्या कर दी गई थी। मामले में बुजुर्ग महिला के नाती और उसके दोस्त पर संदेह है, जिससे पुलिस ने पूछताछ की है और अब पुलिस पीएम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
टीआई विजय मिश्रा ने बताया कि सुभाष वार्ड के जैन मंदिर के पास रहने वाली जानकी बाई सैनी 80 की जलने से मौत हो गई। महिला का अधजला शव घर में मिला है। इससे पहले मृतका की बेटी चमेली बाई सैनी की हत्या 7 जुलाई 2017 को इसी घर में गला दबाकर की गई थी। जिसमें मृतिका जानकी चश्मदीद गवाह थी। घटना की सूचना मृतिका के नाती शैलेंद्र सैनी ने पडोसियों को दी और फिर पुलिस को सूचना दी गई। इधर सूचना देने के बाद शैलेंद्र घर से भाग गया था जिसके बाद उसे रिश्तेदारों ने सुनार नदी के घाट से ढूंढकर पकडा और घर लाए। जहां पर टीआई विजय मिश्रा ने उससे पूछताछ की।

बताया जाता है कि घटना स्थल मृतिका जानकी बाई के तीन कमरों के मकान में आगे का कमरा है। जहां पर जानकी का जला हुआ शव पडा मिला है। घटना स्थल के आसपास जलने के या संघर्ष के कोई निशान नहीं मिले। पास में केरोसिन की शीशी रखी मिली है। सूचना पर एफएसएल अधिकारी किरण सिंह भी मौके पर पहुंची और जांच की। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।
दरअसल तीन साल पहले जानकी सैनी की बेटी रिटायर्ड महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक चमेली सैनी की हत्या हुई थी। पूरी वारदात में चमेली सैनी के लड़के शैलेंद्र के दोस्त बहादुर राय का हाथ था। उस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था और उससे चमेली सैनी के घर से चोरी हुए जेवरात भी जब्त किए थे। अभी बहादुर राय जमानत पर है। शैलेंद्र सैनी नगर से पांच किमी दूर पांजी गांव में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं लेकिन नवंबर से स्कूल नहीं जा रहा है। कई दिनों से शराब के नशे में घूमता फिरता नजर आता है। चर्चा यह भी है कि बहादुर और शैलेंद्र की फिर से दोस्ती हो गई है और वे साथ बैठकर फिर से शराब पीने लगे थे।
जानकी बाई को जलाकर मारने के मामले में पुलिस बहादुर राय और शैलेंद्र पर संदेह कर रही है। हालांकि बहादुर राय अभी पुलिस के हाथों में नहीं आया है। उसके मिलने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। टीआई विजय मिश्रा ने बताया कि वे वारदात के बाद क्राइम की मीटिंग में चले गए थे, वहां से अभी लौटे हैं। शैलेंद्र और बहादुर राय से पूछताछ में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

पुलिस ने बताया कि शैलेंद्र और हजारी वार्ड निवासी आरोपी बहादुर राय आपस में दोस्त थे। दोनों शराब पीने के आदी थे और शैलेंद्र के घर पर उसका आना-जाना था। इस बीच बहादुर ने 6 जुलाई 2017 को दीवार फांदकर शैलेंद्र के घर में घुसा था। इस बीच उसने शैलेंद्र की मां चमेली की गला दबाकर हत्या कर दी थी और गले से चाबी निकालकर आरोपी अलमारी से जेवर निकाल रहा था। तभी मृतिका की मां जानकी बाई भी आ गई थीं। बहादुर ने उस पर भी हमला बोल दिया था। महिला को मृत समझकर छोड गया और पूरे घर में कपडे, पेपर और रस्सी को फैलाकर उसमें आग लगा दी। पूरे मामले को आगजनी का रूप देने का प्रयास किया और जेवर लेकर भाग गया। आरोपी के पास से मृतिका का मोबाइल और जेवरात भी जब्त किए गए थे।

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