रायपुर ! भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के छत्तीसगढ़ प्रवक्ता एवं वित्त आयोग के अध्यक्ष अजय चंद्राकर ने मांग की कि 25 मई की नक्सली हमले के बचे एक मात्र निर्वाचित जनप्रतिनिधि कवासी लखमा की हत्या की आशंका को देखते हुए उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही उनका नाकोर्टेस्ट करा कर बयान दर्ज किया जाए ताकि घटना का सत्य सामने आ सके। चंद्राकर ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय एकात्म परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह मांग उठाई। उन्होंने कहा कि नक्सली समस्या पर कांग्रेस के नेताओं का बयान अलग-अलग है, इसलिए उनकी भूमिका इस मामले में संदिग्ध लगती है।
उन्होंने मांग की कि नक्सली हमले के एक दिन और उससे पहली रात को केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत तथा नेता प्रतिपक्ष रवींद्र चौबे कहां थे और वे दोनों परिवर्तन रैली में क्यों शामिल नहीं हुए थे, यह बताएं।
चंद्राकर ने मांग की कि कांग्रेस नक्सली समस्या पर राजनीतिक बयानबाजी बंद कर इस समस्या के उन्मूलन के लिए रचनात्मक सुझाव दें और इस राष्ट्रीय समस्या को सुलझाने में मदद करें।
शाम को हुई पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने, रसिक परमार तथा श्रीचंद सुंदरानी उपस्थित थे।