निर्भया केस में तिहाड़ जेल में बंद दोषियों को किसी भी दिन फांसी दी जा सकती है। खबर है कि तिहाड़ जेल प्रशासन अंदर खाने तैयारी कर रहा है और दया याचिका खारिज होने के बाद जैसे ही डेथ वारंट जारी होगा, चारों आरोपियों को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया जाएगा। तिहाड़ के तीन नंबर के जेल में फांसी घर है, जिसे तैयार किया जा रहा है। यहां एक मंच बनाया जा रहा है, जहां चारों को एक साथ फांसी दी जाएगी। इस काम को अंजाम देने के लिए तिहाड़ जेल ने उत्तरप्रदेश पुलिस से दो जल्लाद भी मांगे हैं। इस बीच, चारों दोषियों को तिहाड़ की एक ही सेल में शिफ्ट कर दिया गया है। यहां उन पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है और उनकी सेहत की जांच के लिए डॉक्टरों की एक टीम भी गठित कर दी गई है।

उत्तरप्रदेश पुलिस के डीजी आनंद कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि हमें 9 दिसंबर को फैक्स के माध्यम से तिहाड़ जेल से एक अनुरोध पत्र मिला है, जिसमें यूपी के दो जल्लादों की सेवाएं मांगी गई हैं, क्योंकि उनके पास जल्लाद नहीं हैं। पत्र में दोषियों को फांसी दिए जाने का कोई उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन कहा गया है कि जरूरत पड़ सकती है।

तिहाड़ जेल के एक अधिकारी के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में बक्सर की जेल से फांसी के 10 फंदे बुलवाए गए हैं। जल्लाद के लिए यूपी और अन्य प्रदेशों की जेल में सम्पर्क साधा गया है। साथ ही फांसी देने में काम आने वाले अन्य सामान को जुटाया जा रहा है। यह तैयारी की जा रही है, ताकि आदेश जारी हो तो तत्काल उसका पालन किया जा सके।

अधिकारी के अनुसार, तिहाड़ जेल में फांसी के पुराने फंदे हैं, लेकिन हम कोई चांस लेना नहीं चाहते हैं, इसलिए बक्सर से मजबूत फंदे बुलवाए हैं। जेल अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि फांसी कब होगी और कहा होगी, लेकिन चारों दोषियों को 27 अक्टूबर को बता दिया गया कि उन्होंने अपने सभी कानूनी विकल्प समाप्त कर लिए हैं और अगर वे एक सप्ताह के भीतर दया याचिका दायर नहीं करते हैं, तो विभाग आगे की कार्रवाई शुरू करेगा।

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