भिण्ड। प्रदेश के राज्यपाल महोदय श्री रामनरेश यादव ने कहा है कि आज भी न्याय पालिका पर लोगों का विश्वास बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यद्धपि न्यायालयों में प्रकरणों का अम्बार लगा हुआ है, जिसकी तुलना में न्यायालयों में जजों की कमी बनी हुई है। किन्तु इस कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्यपाल महोदय श्री यादव मुख्य अतिथि के रूप में आज यहां जिला न्यायालय परिसर में चौ.यदुनाथ सिंह चतुर्वेदी एवं चौ.दिलीप सिंह चतुर्वेदी की स्मृति में बनने वाले अभिभाषक भवन के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि आज न्यायालयों में असहायों, महिलाओं एवं मासूम बच्चों के उत्पीड़न संबंधी प्रकरणों की भरमार है। उन्होंने कहा कि गरीबों, महिलाओं और बच्चों को न्याय दिलाने में प्रदेश में अच्छे अभिभाषकों की कमी नहीं है। अभिभाषक इन्हें न्याय दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते है। उन्होंने कहा कि आज देश में महिलाओं एवं मासूम बच्चों के साथ जिस तरह की घटनाएं घट रही है, वह चिंता का विषय है। इन घटनाओं की रोकथाम हेतु सबको मिल बैठकर विचार करना होगा। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं एवं बच्चों के संरक्षण एवं उन्हें न्याय दिलाने के लिए समाज के बुद्विजीवी वर्ग और समाज सेवियों को मिल बैठकर चिंतन करने की जरूरत है।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि पुलिस अपराधियों को पकड़ तो लेती है, लेकिन इससे अपराधियों को नसीहत नहीं मिल पाती है। जरूरत है उन्हें नसीहत देने की। राज्यपाल महोदय श्री यादव ने स्वतंत्रता संग्राम में भिण्ड अंचल की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की आजादी में इस क्षेत्र के युवाओं ने बढ ़चढ़कर हिस्सा लिया है। स्वतंत्रता के बाद आज यहां के युवा सेना के जरिए देश की सेवा कर रहे है। उन्होंने अभिभाषक भवन बन जाने के बाद अभिभाषकों को मिलने वाली सहूलियत का जिक्र करते हुए कहा कि अभिभाषकों को उनके पेशे के हिसाब से अच्छे वातावरण की आवश्यकता होती है और अभिभाषक भवन बन जाने के बाद अभिभाषकों को ना सिर्फ भवन के रूप में अच्छा वातावरण मिलेगा, बल्कि उन्हें बैठने का उम्दा स्थान भी प्राप्त हो जाएगा। इससे वे प्रकरणों की पैरवी के लिए अच्छी तैयारी करके जज के सामने जा सकेंगे।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि वे स्वयं भी बकालत के पेशे से जुड़े रहे है और इस पेशे के दौरान उन्होंने भलीभांति अपने कर्तव्यों का पालन किया है। उन्होंने कहा कि विधायिका, न्याय पालिका और कार्यपालिका तीनों को मिलकर समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त समस्याओं को दूर करने के लिए चिंतन एवं मनन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में अभिभाषकों ने भी खून बहाया है। अभिभाषक समाज के कमजोर लोगों को न्याय दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते है। उन्होंने अभिभाषकों की कठिनाईयों को हल करने का आश्वासन दिया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए विधि, विधायी एवं ससंदीय कार्य मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने जिला न्यायालय के विस्तार एवं कुटुम्ब न्यायालय की स्थापना हेतु 50 लाख रूपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश की ओर से प्रस्ताव प्राप्त होने पर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला न्यायालय परिसर में बाल न्यायालय शिट करने हेतु जरूरी प्रस्ताव भिजवाने पर उचित कार्यवाही की जाएगी। कार्यक्रम को स्थानीय विधायक चौ.राकेश सिंह चतुर्वेदी ने भी संबोधित किया। अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री रामकिशोर भारद्वाज ने अभिभाषक भवन के निर्माण की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उक्त अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री एसके अवस्थी, कलेक्टर श्री अखिलेश श्रीवास्तव एवं पुलिस अधीक्षक डॉ आशीष भी मौजूद थे।