ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर महिला पुलिस कर्मियों की दिनचर्या में बदलाव लाने के उद्देश्य से डीआरपी लाइन में योग प्रशिक्षण की शुरुआत की गई है। इसमें उन्हें 3 महीने तक रोजाना सुबह 7 से 8 बजे तक योग कराया जाएगा। योग से उन्हें क्या लाभ मिला, इसका विश्लेषण कर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जो पुलिस के आला अधिकारियों को सौंपी जाएगी। लंबी ड्यूटी की वजह से महिला पुलिस कर्मियों को शारीरिक और मानसिक रूप से कई प्रकार की परेशानियां आती हैं। इसे ध्यान में रखते हुए योग प्रशिक्षण शुरू किया गया है। मंगलवार को इसमें एडीजी राजाबाबू सिंह पहुंचे। उन्होंने योगासन करने के साथ-साथ महिला पुलिस कर्मियों को योग से होने वाले फायदों के बारे में बताया।
प्रशिक्षण में पहुंचे एडीजी राजाबाबू सिंह ने महिला पुलिस कर्मियों से बातचीत की। उनके सामने यह समस्या आई कि दूर-दराज से आने वाली पुलिस कर्मियों को दिक्कत होती है। इस पर उन्होंने आरआई को 3 स्थानों से बस चलाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि योग जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
एक्सपर्ट गौरव जैन और डॉ. ललिथा जैन ने बताया कि इस प्रशिक्षण को शुरू हुए करीब 30 दिन हो चुके हैं। इससे पहले हमने महिला पुलिस कर्मियों से बातकर उनकी परेशानियों के बारे में जाना। इनमें अधिकतर ने तनावग्रस्त होने की बात कही। साथ ही हार्मोनल इन्बैलेंस सहित कई परेशानियां सामने आईं। इसके बाद योग प्रशिक्षण शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि यह एक तरह से 90 दिन की रिसर्च होगी। योग से इनकी दिनचर्या के साथ-साथ शारीरिक व मानसिक रूप से क्या बदलाव आया है। इस पर विश्लेषण कर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।