ग्वालियर। भिण्ड जिले से सरकारी खर्चें पर गये श्रीरामेश्वर यात्रा करने तीन वरिष्ठ नागरिक चेन्नई स्टेशन पर छूट जाने से उनके परिवारीजन काफी चिंतित हैं। उनके पास इतने पैसे भी नहीं कि वह भिण्ड वापस आ सके। स्टेशन पर छूटे बृद्धजनों ने अपने परिवारीजनों को खबर भेज दी है कि वह उनको आकर ले जाये। बीच रास्ते में छूटे बृद्धजनों के छूट जाने से यह बात साबित हो गई है कि जिला प्रशासन मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना का ठीक ढग से संचालन नहीं कर पा रहा है।
भिण्ड जिले से 14 मई को रवाना हुई श्रीरामेश्वरम की यात्रा में जिला प्रशासन द्वारा बृद्धजनों की देखभाल के लिये जो कर्मचारी भेजे गये थे। वे अपने कर्तव्य का ठीक ढग से पालन करने में अक्षम साबित हुए है। 14 मई को इस यात्रा में अन्य यात्रियों के साथ विलाव निवासी भागवती, प्रभाकर व हीराबेटी गये थे जिसमें ये तीनों छूट गये।
हीराबेटी के पुत्र जगदेव तिवारी ने बताया कि 17 मई को ये तीनों चेन्नई स्टेशन से पहले एक अन्य स्टेशन पर छूट गये। छूटे बृद्धजनों के पास इतने पैसे भी नहीं है और न उन्हें यहां आने का रास्ता ही पता है। जगदेव तिवारी ने तीर्थदर्शन योजना में बरती गई घोर लापरवाही की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराजसिंह से की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भले ही बृद्धजनों को सरकारी खर्चंे पर श्रवण कुमार बनकर तीर्थ कराना चाहते हों, लेकिन जिला प्रशासन इस योजना को लॉप करने में कोई कसर नहीं छोड रहा है। छूटे बृद्धजनों के परिजन उन्हें लेने चेन्नई गये है।
बृद्धजनों के चेन्नई स्टेशन पर छूट जाने के संबंध में जब जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं दिखा।

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