नई दिल्ली| अपने दो साथियों के साथ गिरफ्तार राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर अंकित चव्हाण दिल्ली पुलिस की हिरासत में हो रही पूछताछ के दौरान रो पड़े और उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग में अपने ऊपर लगे आरोप स्वीकार कर लिए। लेकिन उनका परिवार उन्हें अभी भी निर्दोष मान रहा है। श्रीसंत सहित तीनों खिलाड़ियों के परिजनों एवं वकील का कहना है कि वे बेकसूर हैं।
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी खिलाड़ियों को लोधी कॉलोनी स्थित दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा की हिरासत में रखा गया है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि चव्हाण ने अपना आरोप स्वीकार कर लिया है।
अधिकारी ने बताया, “जब हमने उनसे (चव्हाण) पूछताछ की तो वह रो पड़े। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने गलती की है। उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग में अपना हाथ होना स्वीकार कर लिया है।”
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के तीनों खिलाड़ियों को बुधवार को मुम्बई से गिरफ्तार किए जाने के बाद गुरुवार को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था।
हालांकि अधिकारी ने बताया कि चव्हाण के अलावा राजस्थान रॉयल्स के उनके साथी खिलाड़ी शांताकुमारन श्रीसंत एवं अजीत चंदेला ने अपने आरोप नहीं कबूले हैं।
चव्हाण के परिजनों तथा वकील ने दावा किया है कि वह निर्दोष हैं।
चव्हाण के भाई ने पत्रकारों से कहा, “सभी जानते हैं कि छोटी मछली को मारना आसान होता है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। हमें पता है कि वह बेकसूर है। उसने बहुत संघर्ष किया है।”
चव्हाण की स्वीकारोक्ति के बारे में श्रीसंत के वकील दीपक प्रकाश से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “उन्हें अदालत के समक्ष आरोप स्वीकार करना होगा। पुलिस कुछ भी कह सकती है, इसका कोई महत्व नहीं हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “कुछ भी हो, श्रीसंत ने अपने ऊपर लगे आरोप स्वीकार नहीं किए हैं। उनके नाम के इस विवाद में शामिल होने के बावजूद श्रीसंत का इसमें कोई हाथ नहीं है। वह इन सबसे उबर जाएंगे।”
गिरफ्तार तीसरे खिलाड़ी अजीत के वकील राकेश कुमार ने हालांकि अजीत को फंसाने के लिए दिल्ली पुलिस पर ही आरोप लगाए हैं।
कुमार ने कहा, “वह बेकसूर हैं, उनके खिलाफ कोई सुबूत नहीं है। यह पुलिस द्वारा गढ़ी गई कहानी है। यह सब एक षड्यंत्र है।”
तीनों क्रिकेटरों से दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के उच्च पदस्थ अधिकारी शुक्रवार को पूछताछ कर रहे हैं।
अधिकारी ने कहा, “पुलिस की कई टीमें दूसरे राज्य में भेजी गई हैं, हम और सट्टेबाजों को पकड़ने के लिए और अधिक छापेमारी करेंगे।”
इन तीन क्रिकेटरों के अलावा दिल्ली पुलिस ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में 11 सट्टेबाजों को भी गिरफ्तार किया है।
इस बीच गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली पुलिस को जांच के लिए शाबासी दी है।
एक समारोह के दौरान शिंदे ने कहा, “मैं दिल्ली पुलिस को बधाई देता हूं। वे जब भी अच्छा काम करते हैं, मैंने उनकी तारीफ की है।