नई दिल्ली | प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आरोप लगाया है कि सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज मामला सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की साजिश है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कटारिया के खिलाफ दर्ज प्रकरण तथ्यों पर आधारित नहीं है। संप्रग द्वारा हमारे नेताओं को बदनाम करने के लिए चली गई यह एक राजनीतिक साजिश है।” उन्होंने आगे कहा, “हम इस मामले के खिलाफ राजनीतिक और कानूनी, दोनों स्तर पर लड़ेंगे।” राजस्थान की राजनीति में सक्रिय कटारिया कथित तौर पर फर्जी मुठभेड़ मामले में शामिल होने वाले गुजरात के पूर्व गृह मंत्री अमित शाह के बाद दूसरे बड़े नेता हैं। शाह को मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का निकटवर्ती माना जाता है। कटारिया के अलावा मुम्बई की एक अदालत ने आंध्र प्रदेश के भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी एन. बालासुब्रमण्यम, पुलिस निरीक्षक श्रीनिवास राव तथा आर. के. मार्बल्स कंपनी के निदेशक विमल पटनी को भी समन जारी किए हैं। न्यायालय ने एक अनुपूरक आरोपपत्र पर कार्यवाही करते हुए ये कदम उठाए हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले वर्ष 27 सितम्बर को, इस संवेदनशील मामले को महाराष्ट्र स्थानांतरित करने के आदेश दिए थे, क्योंकि सीबीआई ने कहा था कि गवाहों को डराया-धमकाया जा रहा है तथा गुजरात में मामले की सुनवाई स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से नहीं हो सकती। सीबीआई के अनुसार, सोहराबुद्दीन तथा उसकी पत्नी कौसर बी को कथित तौर पर गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते ने हैदराबाद से अगवा कर लिया था तथा नवम्बर 2005 में गांधीनगर के निकट एक मुठभेड़ में मार डाला था।