ग्वालियर। अपराध और अपराधी की कोई सीमा नहीं होती। सीमा विवाद को दूर कर सामंजस्य से अपराध और अपराधियों पर प्रहार करने की जरूरत है। अंतर्राज्यीय सीमा का फायदा उठाकर बदमाश न बच सकें, इसके लिए जल्द बॉर्डर स्टेट के प्रत्येक जिले में बेहतर तालमेल के लिए इंटरस्टेट कॉर्डिनेशन सेल बनाई जाएगी। यह प्रस्ताव आईजी ग्वालियर जोन राजाबाबू सिंह ने रखा। जिस पर सभी ने सहमति दी। नोडल अधिकारी इस सेल का मुखिया होगा, जो एडिशनल एसपी रैंक का अफसर होगा। साथ ही इंटरस्टेट वॉट्सएप ग्रुप की मदद से राजस्थान, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश पुलिस आपस में इंटरस्टेट अपराधियों की सूची साझा करेंगे। साथ ही बदमाशों के मूवमेंट पर एक दूसरे की मदद से धरपकड करेंगे। इंटरस्टेट गैंगवार से लेकर नशा व अवैध हथियार पर अंकुश लगाने में यह सेल अहम भूमिका निभाएगी।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय ग्वालियर स्थित पुलिस कंट्रोल रूम सभागार में गुरुवार को अंतर्राज्यीय अपराध समन्वय बैठक हुई। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक चंबल जोन डीपी गुप्ता ने सभी का स्वागत करने के साथ ही पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से चंबल जोन के जिलों में अपराध करने वाले अन्य जिलों व पडोसी राज्यों के बदमाशों के बारे में आंकडा दिया। साथ ही किन भौगोलिक स्थिति का यह फायदा उठाते हैं। इसका विवरण रखा। साथ ही सूचनाओं का आदान-प्रदान, बॉर्डर पर संयुक्त गश्त व वारंटियों की एक दूसरे से सूचनाएं साझा करने की बात रखी। बैठक में आईजी ग्वालियर जोन राजाबाबू सिंह ने कहा कि सीमावर्ती जिलों की पुलिस को ज्वाइंट प्लान बनाकर पेट्रोलिंग करनी चाहिए। इससे दोनों तरफ की पुलिस में बेहतर समन्वय होगा। साथ ही बदमाशों की धरपकड में सहयोग मिलेगा। एक दूसरे के जिलों में गिरफ्तार बदमाशों व वारंटियों की डिटेल इंटरस्टेट कॉर्डिनेशन सेल के माध्यम से साझा की जाए। जिससे दोनों राज्यों व जिलों की पुलिस को कौन कहां पकडा गया पूरी जानकारी हो।
पुलिस अधीक्षक ग्वालियर नवनीत भसीन ने बैठक में अपनी ओर से नशा और अवैध हथियार का कारोबार करने वालों पर मिलकर प्रहार करने की बात रखी। एसपी भसीन ने कहा कि जिले में ज्यादातर नशा सामग्री उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती जिले इटावा, जालौन से आना पता लगा है। पर यहां कार्रवाई करने में काफी परेशानी होती है। साथ ही अवैध हथियार भी उत्तरप्रदेश के सीमावर्ती जिलों से सप्लाई होते हैं। इन पर मिलकर काम करने की जरूरत है। एसपी नवनीत भसीन ने प्रस्ताव रखा कि लापता बालक-बालिकाओं को मय फोटो डेटाबेस तैयार एक दूसरे जिले व राज्यों को शेयर करना चाहिए। इससे लापता बालक-बालिकाओं की तलाश करने में सहायता मिलेगी।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन राजाबाबू सिंह, पुलिस महानिरीक्षक चंबल जोन डीपी गुप्ता, डीआईजी ग्वालियर एसके पांडेय, डीआईजी चंबल जोन अशोक गोयल, एसपी ग्वालियर नवनीत भसीन, एसपी भिंड रूडोल्फ अलवारिस, एसएसपी इटावा संतोष मिश्रा, एसपी आगरा पश्चिम रवि कुमार, एसपी सिटी झांसी प्रकाश द्विवेदी, एसपी धौलपुर मृदुल कछवाह, सीओ मेहरौनी जिला ललितपुर श्याम नारायण, सीओ माधैगढ जिला जालौन राहुल पांडेय उपस्थित रहे।