ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) डीपी गुप्ता ने भिण्ड और दतिया जिले में अवैध खनन और परिवहन रोकने के लिए जांच नाके बना दिए हैं। आईजी की इस कार्रवाई पर भी सवाल खडे हो रहे हैं। भिण्ड जिले के लहार में कोई जांच नाका नहीं बनाया गया है। लहार के नाम पर सिर्फ मिहोना में जांच नाका बनाया गया है। इसको लेकर अब कांग्रेस के गोहद से विधायक रणवीर जाटव ने सवाल खडे किए हैं। विधायक का कहना है अवैध खनन रोकना है तो जिले के कोने-कोने में रोकें। यानी उन्होंने सीधे तौर पर मंत्री डॉ. गोविंद सिंह की विधानसभा लहार में नाका नहीं बनाने पर सवाल खडे किए हैं। यहां बता दें, मंत्री डॉ. सिंह ने चंबल आईजी पर अवैध खनन में लिप्त होने का आरोप लगाया है। इससे पीएचक्यू से मंत्रालय तक हडकंप मचा है। मंत्री के बयान के बाद आईजी ने नाके बनाए हैं। चेकिंग के लिए क्यूआरएफ (क्विक रिएक्शन फोर्स) की एक कंपनी दी है।
मंत्री डॉ. गोविंद सिंह के आरोप लगाने के बाद कल देर शाम को आईजी ने भिण्ड के अलावा दतिया जिले में भी चेकिंग शुरू कराई है। आईजी ने भिण्ड के पुलिस अधीक्षक रूडोल्फ अल्वारेस और दतिया के पुलिस अधीक्षक डी कल्याण चक्रवर्ती को लिखे पत्र में निर्देशित किया है कि दोनों जिले में 24 घंटे सप्ताह के सातों दिन रेत और गिट्टी का अवैध उत्खनन व परिवहन रोकने के लिए चेकिंग कराएंगे। भिण्ड को क्यूआरएफ की कंपनी मिली है, जबकि दतिया में स्थानीय पुलिस बल की मदद से ही चेकिंग कर कार्रवाई की जाएगी। आईजी ने अपने पत्र में साफ लिखा है कि दोनों जिलों में समय-समय पर रेत और गिट्टी का अवैध उत्खनन, परिवहन किया जाता है। इस पर होने वाली कार्रवाई संतोषजनक नहीं है।
आईजी डीपी गुप्ता ने एसपी को लिखे पत्र में उन्हें चेकिंग प्वाइंट के स्थान भी बताए हैं। अमायन थाना क्षेत्र में चेकिंग प्वाइंट अमायन चौराहा पर लगाया जाएगा। यहां लहार टीआई चेकिंग करेंगे। यहां बता दें कि लहार में कोई चेकिंग प्वाइंट नहीं बनाया गया है। लहार विधानसभा में सिर्फ मिहोना में अंतियन का पुरा में चेकिंग प्वाइंट बनाया गया है। यहां मिहोना थाना प्रभारी क्यूआरएफ के साथ मिलकर चेकिंग करेंगे। ऊमरी में ऊमरी टीआई, फूफ में फूफ टीआई, मौ में बेहट-सेंवढा रोड पर मौ टीआई और भिंड शहर में कोतवाली और देहात थाना प्रभारी क्यूआरएफ कंपनी के साथ चेकिंग करेंगे। आईजी ने पत्र में लिखा है कि जरूरत महसूस होने पर इन प्वाइंट के अतिरिक्त भी चेकिंग प्वाइंट बनाकर प्रभावी कार्रवाई की जाए। आईजी ने स्पष्ट किया है कि कार्रवाई दिखावे की नहीं होना चाहिए।
पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में आईजी गुप्ता ने साफ हिदायत दी है कि यदि रेत और पत्थर के अवैध उत्खनन, परिवहन में कोई भी पुलिसकर्मी संलिप्त मिले तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। आईजी ने चंबल डीआईजी अशोक गोयल को भिण्ड और दतिया जिले में चेकिंग अभियान की सतत निगरानी करने के लिए कहा है। यहां बता दें कि चेकिंग सिर्फ भिण्ड और दतिया में ही शुरू की जा रही है। भिण्ड जिले की लहार विधानसभा से मंत्री डॉ. गोविंद सिंह विधायक हैं, तथा दतिया जिले के प्रभारी मंत्री हैं।
आईजी ने भिण्ड और दतिया पुलिस अधीक्षक के अलावा ग्वालियर और मुरैना कमिश्नर को भी पत्र लिखा है। उन्होंने कमिश्नर से भिण्ड और दतिया में चेकिंग प्वाइंट पर खनिज विभाग और राजस्व विभाग का अमला तैनात करने के लिए कहा है, जिससे पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम रेत और गिट्टी के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोके। यहां बता दें मंगलवार को पहले दिन सिर्फ पुलिस बल और क्यूआरएफ ही जांच प्वाइंट पर नजर आए। इसके अलावा आईजी ने चेकिंग के दौरान वीडियोग्राफी करने के लिए कहा है, लेकिन वीडियोग्राफी भी नहीं हुई।
भिण्ड कलेक्टर छोटे सिंह ने आज यहां बताया कि मुझे चेकिंग प्वाइंट की जानकारी नहीं है। कमिश्नर मैडम का आदेश मिलते ही राजस्व- खनिज अमला तैनात कर देंगे। चेकिंग के लिए क्यूआरएफ कंपनी दी है, यह अच्छी बात है। मैं कई बार कार्रवाई के लिए कंपनी की मांग कर रहा हूं। अब ठीक से कार्रवाई हो पाएगी।