शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस थाना अंतर्गत देहरदा के पास आज रविवार को आदिम जाति कल्याण विभाग गुना में पदस्थ सहायक संचालक बीके माथुर की बोलेरो गाडी की टक्कर से एक ग्रामीण राजाराम रघुवंशी की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हो गए। इस सडक दुर्घटना के बाद सहायक संचालक बीके माथुर को बचाने के लिए कोलारस थाना टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार ने बोलेरो चलाने वाले बीके माथुर पर नामजद एफआईआर दर्ज न करते हुए अज्ञात ड्रायवर को आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज कर लिया।
जबकि रोचक बात यह है कि उक्त एक्सीडेंट में मौके पर ही ग्रामीणों ने बीके माथुर को पकड करड़ पुलिस के हवाले किया लेकिन अफसर को बचाने और मामला रफादफा करने के इरादे से अज्ञात ड्रायवर पर टीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली। ग्रामीण राजाराम रघुवंशी की मौत और टीआई द्वारा की गई इस मनमानी से आक्रोशित कोलारस से भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने मृतक की लाश रख हजारों ग्रामीणों के साथ कोलारस थाने का घेराव कर दिया। इस घेराव के बाद आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने कोलारस टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार को निलंबित कर दिया लेकिन वहीं दूसरी ओर कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी इस बात पर अडे थे कि इस पूरे मामले की ज्यूडिशियल जांच कराई जाए।
कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने बताया कि कोलारस थाने में पदस्थ टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार पिछले कई दिनों से कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में थाने में मनमानी कर रहे हैं और पूर्व में भी भाजपा नेताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज किए। रविवार को हुए एक्सीडेंट में तो मौके पर ही बीके माथुर को ग्रामीणों ने पकडकर पुलिस के हवाले किया लेकिन मामला दबाने के लिए अज्ञात ड्रायवर पर टीआई ने एफआईआर दर्ज कर दी। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जिला प्रशासन उक्त मामले की ज्यूडिशियल जांच कराए।
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग गुना में पदस्थ सहायक संचालक बीके माथुर को बचाने के लिए टीआई सुरेन्द्र सिंह सिकरवार ने लंबी डील की थी। मामला उजागर होने पर टीआई को निलंबित होना पडा।