ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के. गोहद तहसील में पदस्थ एक चपरासी ने कर्ज से परेशान होकर कल तहसीलदार कक्ष में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब परिजन को घटना की सूचना मिली तो उन्होंने शव के साथ अफसरों को भी तहसील कार्यालय में बंद कर दिया। साथ ही अफसरों पर हत्या का आरोप लगाया।
भिण्ड जिले के गोहद कस्बे की भानू की घटिया निवासी अरुण बाथम (47वर्ष) गोहद तहसील कार्यालय में चपरासी था। रात उसकी गोहद तहसील में ड्यूटी थी। इसी दौरान उसने तहसीलदार के कक्ष में कल सुवह तडके फांसी लगा ली। जब परिजन को सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे। साथ ही उन्होंने हत्या का आरोप लगाते हुए मौका मुआयना पर पहुंचे तहसीलदार ममता शाक्य, गोहद टीआई रमेश शाक्य सहित पुलिस जवान और तहसील कर्मचारियों को शव के साथ कार्यालय में बंद कर ताला लगा दिया। गोहद एसडीएम डीके शर्मा की समझाइश पर ताला खोला।
भिण्ड जिले के गोहद के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) डीके शर्मा ने आज यहां बताया कि मृतक आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उस पर कुछ लोगों का कर्ज भी था। हालांकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। जबकि परिजनों का कहना है कि अरुण की साजिशन हत्या की गई है।