भोपाल। दाल, चावल, बटर और पनीर आदि में मिलावट व अन्य तरह की गडबडी करने वालों के खिलाफ भोपाल में पहली बार बडी कार्रवाई की गई है। छह कारोबारियों पर अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज की गई है। आज इन पर रासुका के तहत कार्रवाई की जा सकती है।

दरअसल, सोमवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की जांच में इन कारोबारियों के प्रतिष्ठानों से लिए गए नमूने फेल पाए गए थे। जांच में छह नमूने अमानक व एक मिथ्याछाप (मिसब्रांडेड) मिला था। उक्त कार्रवाई स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के निर्देश पर की गई है।

साथ ही मंत्री ने घोषणा की है कि जो भी मिलावट की सूचना देगा उसे अब 25 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। बता दें कि अभी तक सिर्फ मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक (अनसेफ) खाद्य पदार्थ मिलने पर ही एफआईआर दर्ज कराई जाती थी।

स्वास्थ्य मंत्री ने मिलावट करने वालों की सूचना देने पर इनाम की राशि 11 हजार से बढाकर 25 हजार रुपए कर दी है। हफ्ते भर पहले 11 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की गई थी। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।

मंत्रालय में मंगलवार को प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य पल्लवी जैन, संभागायुक्त, डीआईजी, कलेक्टर व खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने यह घोषणा की है। मंत्री ने कहा है कि जिलों में सालों से जमे खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को बदला जाएगा। उन्होंने नमूनों की जांच में तेजी लाने को कहा है। मंत्री ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों से कहा है कि नई मशीनें खरीदना पडे या कुछ और संसाधन की जरूरत हो तो बताएं, पर जांच में देरी नहीं होनी चाहिए।

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