ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में बंदूकों की नोक पर दो बदमाशों ने अपहरण कर अपने साथियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और जब इसकी शिकायत पुलिस से की तो सामान्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। ना तो नाबालिग का मेडिकल कराया और ना ही एफआईआर की कॉपी दी, वहीं आरोपी युवक लगातार धमका रहे हैं। यह गुहार गिजौर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम धरमपुरा से आई 16 वर्षीय किशोरी और उसके पिता ने पुलिस कप्तान अमन सिंह राठौर से लगाई। एसपी ने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पीडि़त ने ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक को बताया कि 24 जून की रात वह अपने घर के दरवाजे पर सोया हुआ था। तभी अमित यादव निवासी बसई कट्टा लेकर और राजा परमार निवासी सेंगुवां बंदूक लेकर आया और उसकी छाती पर लगाकर उसकी सोलह वर्षीय बेटी के बारे में पूछा तो उसने घर के अंदर सोना बताया। इसके बाद आरोपी घर में घुस गए और बंदूक की नोक पर उसका अपहरण कर पास ही खेत में ले गए। वारदात की जानकारी डायल 100 पर दी जिस पर पुलिस वहां पर पहुंची थी और सुबह थाने में एफआईआर कराने की कह कर चले गये। रात भर नाबालिग की तलाश करने पर वह पास ही स्थित एक खेत में बेहोश मिली।
पीडि़ता ने बताया कि राजा परमार, लला यादव और सागर यादव के साथ ही चार हथियार बंद बदमाश भी वहां पर थे। यहां पर धमकी देकर आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जिस पर वह बेहोश हो गई। पीडि़त ने बताया कि वारदात का पता चलते ही वह बेटी को लेकर थाने पहुंचे और वहां पर थाना प्रभारी ने अपने तरीके से एफआईआर कराई और उन्होंने एफआईआर की कॉपी नहीं दी। उसकी बेटी की हालत खराब होने पर भी उसका मेडिकल भी नहीं कराया।
पीडि़त ने बताया कि मामला दर्ज कराने के बाद वह अपने गांव गए तो आरोपी उन्हें गोली मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस भी आरोपियों का सहयोग कर रही है। एसपी अमन सिंह ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया