अशोकनगर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर संभाग के अशोकनगर जिले के ईसागढ तहसील के ग्राम खिरियादेवत में 25 जून की रात एक शादी अधूरी रह गई। वरमाला की रस्म के बाद दुल्हन को दूल्हा पसंद नहीं आया, तो उसने शादी करने से मना कर दिया। इस कारण बारात बिना दुल्हन के लौट गई।
जानकारी के अनुसार खिरियादेवत निवासी भगवानलाल कुशवाह की बेटी सोनम की शादी शिवपुरी जिले के ग्राम इंदार निवासी शिवचरण कुशवाह के पुत्र प्रतापभान सिंह कुशवाह से तय हुई थी। कई दिनों से दोनों घरों में शादी की तैयारियां चल रही थीं। 25 जून की रात प्रतापभान सिंह की बारात खिरियादेवत गांव आई। धूमधाम से बारात निकलने के बाद वरमाला भी हो गई। इसके बाद अचानक दुल्हन सोनम ने शादी करने से मना कर दिया। आठवीं तक शिक्षित सोनम का कहना था कि लडके को सिर्फ मेरे पिताजी ने देखा था। बारात में ही पहली बार मैंने लडके को देखा। वह मुझे पसंद नहीं आया। इसलिए मैंने शादी से मना कर दिया। दोनों के परिजनों, रिश्तेदारों ने भी समझाया, लेकिन सोनम नहीं मानी। कहासुनी की स्थिति बनने पर वर पक्ष ने डायल 100 को फोन कर पुलिस बुला ली। हालांकि, रिश्तेदारों का कहना था कि शादी से पहले लडका-लडकी को एक-दूसरे से मिलवाना चाहिए था।
इधर, दूल्हे प्रतापभान सिंह के पिता शिवचरण कुशवाह का कहना था कि गोत्र के कारण शादी निरस्त की गई है। हमारा गोत्र सकोरिया है और दुल्हन का गोत्र सिलोरिया है। दोनों गोत्र में आपस में शादी नहीं हो सकती। इसलिए मौके पर ही समाज के पंचों ने पंचनामा बनाकर दोनों पक्षों का सामान व खर्चा भी वापस करा दिया। इसके बाद बारात लौट गई।