मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के पोरसा थाना क्षेत्र के पचपेड़ा गांव में ग्रामीणों ने तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को बंधक बना लिया। उनकी जीप तोड़ दी एवं अतिक्रमण हटाने के लिए लाई गई जेसीबी को जला दिया। महिला तहसीलदार से मुक्त कराने गए कलेक्टर, एसपी सहित पुलिस पार्टी पर पथराव कर दिया। घटना स्थल पर 2 घंटे तक कर्फ्यू जैसी स्थिति बनी रही।
महिला तहसीलदार भूमिजा सक्सेना यहां मंदिर की जमीन पर कथित अतिक्रमण कर बनाए गए घर को तोड़ने के लिए आईं थीं। उनकी इस कार्रवाई के विरोध में मकान की मालकिन राजाबेटी ने अपनी दोनों बेटियों के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की। जिससे वह बुरी तरह से झुलस गईं। जबकि एक बेटी का पता नहीं चल रहा है। महिला को मुरैना के जिला अस्पताल भेजा गया है। ग्रामीणों का कहना था, अगर महिला की मौत हुई तो तहसीलदार को भी आग के हवाले कर देंगे।
मंदिर की दो बीघे जमीन पर एक झोपड़ीनुमा घर बनाकर दलित वर्ग की महिला राजाबेटी अपनी बेटियों के साथ रहती थी। मंदिर प्रबंधन ने इसकी शिकायत प्रशासन से की। आज 18 जून को घर तोड़ने के लिए तहसीलदार भूमिजा सक्सेना पुलिस बल और जेसीबी लेकर पचपेड़ा गांव पहुंची। महिला राजाबेटी ने कहा कि उनका घर तोड़ा गया तो वह खुद को आग लगा लेंगी। इस पर पुलिस ने कहा- जाओ आग लगा लो। वह बेटियों के साथ घर में घुसी और मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली।
पुलिस ने उसे बचाने की कोशिश की और बाहर निकाल लिया। इस बीच मुरैना जिले के अंबाह से पहुंची दमकल की गाड़ी को ग्रामीणों ने पत्थर मारकर भगा दिया। नाराज ग्रामीणों ने तहसीलदार भूमिजा सक्सेना की गाड़ी तोड़ दी और जेसीबी को आग लगा दी। घटना की जानकारी मिलते ही मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास और एसपी असित यादव आनन-फानन मौके पर पहुंचे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आक्रोसित ग्रामीणों ने तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा। 60-70 फीसदी जली महिला और बेटी को एंबुलेंस से मुरैना जिला अस्पताल भेजा गया। गांव में अभी भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। मौके पर भारी पुलिस बल लगाया गया है।