लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार ‘भगवान के अपने देश’ केरल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक पंडित यह सोचते हैं कि केरल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला, लेकिन फिर भी मोदी धन्यवाद करने पहुंच गए। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि केरल भी मेरा उतना ही है, जितना मेरा बनारस है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो हमें जिताते हैं वे भी हमारे हैं, जो इस बार हमें जिताने में चूक गए हैं, वे भी हमारे हैं।
गुरुवायूर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लोकतंत्र के उत्सव में हिस्सा लेने के लिए केरल के लोगों को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जनता-जर्नादन ईश्वर का रूप है, यह इस चुनाव में देश ने भलिभांति देखा है। राजनीतिक दल जनता के मिजाज के नहीं पहचान पाए लेकिन जनता ने बीजेपी और एनडीए के पक्ष में प्रचंड जनादेश दिया। मैं सिर झुकाकर जनता को नमन करता हूं।’ मोदी ने गुरुवायूर को पुण्य भूमि करार दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम बीजेपी कार्यकर्ता चुनावी राजनीति के लिए मैदान में नहीं होते हैं। हम 365 दिन जनता की सेवा में लगे रहते हैं। हम राजनीति में सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं आए हैं। हम राजनीति में देश बनाने आए हैं।’ पीएम मोदी ने कहा कि हमें जनप्रतिनिधि 5 साल के लिए जनता बनाती है लेकिन हम जनसेवक हैं, जो आजीवन होते हैं और जनता के लिए समर्पित होते हैं।
उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में जनता ने नकारात्मकता को खारिज कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा, ‘चुनाव के दौरान भारत की 130 करोड़ की जनता ने सकारात्मकता को स्वीकार किया और एक नए जोश के साथ नकारात्मकता को खारिज कर दिया। इसने विश्व पटल पर देश के रुख को मजबूत किया।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उडुपी, गुरुवायूर या द्वारिकाधीश हमारे लिए (गुजरात के लोगों के लिए) इन सबके बीच एक भावनात्मक रिश्ता है। द्वारिकाधीश की धरती गुजरात से आने के नाते गुरुवायूर उन्हें एक विशेष अनुभव देता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केरल की युवा पीढ़ी के लिए पर्यटन रोजगार का स्रोत है। एनडीए सरकार की योजनाओं का असर अब दिख रहा है और देश पर्यटन के मानचित्र में काफी आगे आ गया है। केरल में हेरिटेज टूरिज्म की काफी संभावना है और सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि निपाह वायरस केरल में सामने आया है। मैं राज्य सरकार और केरल की जनता को आश्वासन देता हूं कि इस वायरस से निपटने के लिए केंद्र की ओर से उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा।