ग्वालियर। नौतपा खत्म होने के बाद भी प्रदेश में भीषण गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। अधिकांश जिलों में पारा 46 डिग्री से ऊपर चल रहा है। ग्वालियर-चंबल संभाग और राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 21 जिले लू की चपेट में हैं। वहीं लू लगने से दो दिन से बीमार चल रहे जीआरपी के प्रधान आरक्षक विनोद सिंह (55) की कल रात को मौत हो गई। इसी प्रकार सतना जिले के अमरपाटन के खजुरी सुखनंदन में लू लगने से 2 लोगों की मौत हो गई। एक अन्य समाचार में दमोह जिले के बनावर चौकी में लू से एक 60 वर्षीय महिला की मौत हुई है।
जीआरपी पुलिस के मुताबिक, प्रधान आरक्षक दस्त-उल्टी से पीडित थे, जिसके चलते उसे आरोग्यधाम में डॉक्टरों को दिखाया था लेकिन उसका फायदा आरक्षक नहीं मिला और कल रात्रि को उनकी मौत हो गई।
आरोग्यधाम यहां से दवा लेने के बाद वह पडाव स्थित रेलवे क्वार्टर में आराम करने के लिए चले गए। कल रात करीब 10 बजे उन्हें खाना देने के लिए जीआरपी का स्टाफ गया था। इस दौरान गेट खटखटाया गया लेकिन उन्होंने गेट नहीं खोला। काफी देर तक जब अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला तो स्टाफ ने गेट तोड दिया। अंदर प्रवेश करने पर देखा कि प्रधान आरक्षक बिस्तर पर लेटे हुए हैं। इस दौरान उन्हें हिलाकर देखा गया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं दिया।
जीआरपी पुलिस का कहना है कि प्रधान आरक्षक की मौत लू लगने के कारण हुई है। टीआई अजीत सिंह चौहान के मुताबिक प्रधान आरक्षक सतना के रहने वाले हैं। इस घटना की सूचना उनके परिजनों को दे दी गई है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की बिगडती बिजली व्यवस्था को लेकर भले ही बिजली कंपनी के अफसरों की फटकार लगाई हो, लेकिन अंचल में शाम से ही अघोषित कटौती शुरू हो गई। ग्वालियर शहर का आधे से ज्यादा इलाका सारी रात अंधेरे में डूबा रहा। जबकि आज सुबह 10 बजे से एक बजे तक के लिए बिजली कटौती की गई है।
इस झुलसाने वाली गर्मी में बुधवार को ग्वालियर सहित श्योपुर, मुरैना और शिवपुरी में लोगों को छह घंटे तक कटौती का सामना करना पडा। बिजली कंपनी के अफसरों का कहना है कि फाल्ट ढूंढने में देर लगी, इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पडा।