ग्वालियर । मध्यप्रदेश के चंबल संभाग में डाकघरों में लगातार घोटाले पे घोटाले हो रहे है। हरबार घोटाले उजागर होते है। दिखावे के लिए एक दो छोटे कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही कर दी जाती है और बाद में मामला रफादफा कर दिया जाता है। इस घोटाले के लिए जिम्मेदार वरिष्ट अधिकारियों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जो भी घोटाले होते है इसकी जानकारी वरिष्ट अधिकारियों को होती है लेकिन आर्थिक लाभ के लिए ये अधिकारी चुप रहते है। पोस्ट मास्टर से लेकर अधीक्षक तक की जिम्मेदारी तय है फिर भी इन अधिकारियों पर कभी आंच नहीं आती। अगर इन अधिकारियों पर कार्यवाही की गई होती तो शायद ये घोटाले रुक जाते। घोटाले का एक कारण ये भी है कि वर्षों से अधिकारी-कर्मचारी एक ही जगह जमे रहते है। जब कभी दवाब पडता है तो कुछ समय के लिए उन्हें हटा दिया जाता है बाद में उसी जगह वापस आ जाते है। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड जिले के दबोह पोस्ट ऑफिस के एजेंट दंपति खाताधारकों का लाखों रुपया लेकर फरार हो गए हैं। यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी भिण्ड शहर के गल्ला मंडी और हाउसिंग कॉलोनी स्थित पोस्ट ऑफिस की शाखाओं से एक एजेंट दंपति खाता धारकों का लाखों रुपया लेकर फरार हो चुके हैं। हालांकि पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों ने इस मामले पर पर्दा डाल दिया। लेकिन दूसरा मामले में न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद दबोह पुलिस ने एजेंट दंपत्ति और पोस्ट मास्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। साथ ही उनकी तलाश शुरू कर दी है।
भिण्ड जिले के दबोह कस्बे के वार्ड क्रमांक एक निवासी उर्मिला सविता और उनके पति केशव सविता दबोह पोस्ट ऑफिस में अल्प बचत एजेंट के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने कस्बे में तमाम लोगों ने पोस्ट ऑफिस की पॉलिसियों के नाम पर लाखों रुपया उठाया। लेकिन उन्हें खातों में जमा नहीं किया। वहीं लंबे समय बाद जब लोग पोस्ट ऑफिस में अपने खातों से पैसा निकालने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके खातों में पैसा ही जमा नहीं हुआ है। ऐसे में जब लोगों ने एजेंट उर्मिला और केशव से शिकायत की तो वे अचानक गायब हो गए। परिणामस्वरूप दबोह वार्ड क्रमांक सात निवासी अनिल अग्रवाल ने न्यायालय में परिवाद पेश किया। न्यायालय के आदेश पर दबोह पुलिस ने उर्मिला सविता, केशव सविता और दबोह पोस्ट मास्टर के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि अनिल के करीब तीन लाख रुपए लेकर फरार हुए हैं। वहीं उनके अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्यों का पैसा भी खाते में जमा नहीं किया है।
दबोह थाना में पोस्ट ऑफिस एजेंट दंपति के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज हुई है। लेकिन दबोह टीआई की मानें तो यह संख्या अभी ओर बढेगी। क्योंकि अन्य लोगों ने भी न्यायालय में मामला लगा रखा है। जबकि भिण्ड में 97 लाख रुपए से अधिक की धोखाधडी करने वाले एजेंट बेबी रमेशचंद्र जैन के खिलाफ पुलिस ने अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है।
पोस्ट ऑफिस के एजेंट के फरार होने का यह कोई नया मामला नहीं है। पिछले साल मई महीने में शहर के गल्ला मंडी और हाउसिंग कॉलोनी पोस्ट ऑफिस के एजेंट बेबी रमेश चंद्र जैन कई खाताधारकों का लाखों रुपया लेकर फरार हो गए थे। जब खाताधारक शहर कोतवाली में एजेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने उसमें कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन तत्कालीन कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी के द्वारा पोस्ट मास्टर जनरल को पत्र लिखा। इसके बाद डाक विभाग ने इस मामले में छानबीन शुरू की। करीब 80 शिकायतें सामने आईं, जिसमें प्रथम दृष्टया 97 लाख रुपए से अधिक घोटाला खुला। दो सब पोस्ट मास्टरों को निलंबित किया गया। लेकिन बाद में मामला दबा दिया गया। दिन प्रतिदिन हो रहे डाकघरों से लोगों का विश्वास उठता जा रहा है। इससे पहले भिण्ड की 17वीं बटालियन एसएएसफ में स्थिति उप डाकघर में भी लाखों का घोटाला हुआ था उसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। उस जांच में क्या हुआ आज तक किसी को पता नहीं है।
भिण्ड जिले के दबोह थाना प्रभारी नवीन यादव ने आज यहां बताया कि दबोह डप डाकघर के एजेंट दंपति उर्मिला सविता और उनके पति केशव सविता तथा उप डाकघर के पोस्ट मास्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को पकडने के प्रयास किए जा रहे है।