ग्वालियर। मध्यप्रदेश की भिण्ड में इस बार लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ लेकिन भिण्ड के जैतपुरा मतदान केंद्र क्रमांक 69 और 70 पर मतदान को प्रभावित करने वाले कुछ उपद्रवियों से होमगार्ड सैनिक बेगसिंह की झड़प हो गई। उपद्रवियों ने सैनिक के साथ मारपीट भी की जिसमें उसके सिर पर चोट आई, लेकिन भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बी एल कांताराव इससे साफ इंकार कर गए कि भिण्ड में सैनिक के साथ मारपीट हुई है । उन्होंने केवल झूमा झटकी होना बताया। लेकिन भिण्ड जिले के मिहोना थाना पुलिस ने सैनिक के साथ मारपीट के मामले में 10 से 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों की भिण्ड पुलिस ने तेजी से तलाश शुरू कर दी है।
भिण्ड जिले के केंद्र क्रमांक 69- 70 जेतपुरा मिडिल स्कूल पर सैनिक बैग सिंह के साथ मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। मिहोना थाने में 10-12 अज्ञात लोगों पर धारा 353 332 व 147 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। सैनिक के साथ मारपीट के मामले में खुद मिहोना थाना प्रभारी मनोज राजपूत फरियादी बने हैं। ज्ञात हो बीते रोज भोपाल में प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया से मुख्य चुनाव पदाधिकारी बीएल कांता राव ने कहा था सैनिक के साथ मारपीट नहीं हुई, केवल झूमाझटकी हुई थी, तो फिर संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कैसे हुई
इस मामले में या तो मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मीडिया से कुछ छिपाने की कोशिश की है या फिर भिण्ड के अधिकारियों के द्वारा उन्हें गलत सूचना देकर अवगत कराया गया जिसकी वजह से उन्होंने मीडिया के सामने मारपीट की घटना को स्वीकार नहीं किया, जबकि होमगार्ड सैनिक बेगसिंह के सिर में चोट आई और पट्टी भी बांधी गई।
मिहोना क्षेत्र के जैतपुरा मतदान केंद्र क्रमांक 69-70 को अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की श्रेणी में रखा गया था, यहां पर न केवल होमगार्ड सैनिक के स्थानीय पुलिस बल की सीआरपीएफ के सैनिकों को भी तैनात किया गया था। उपद्रवियों ने जब मतदान को प्रभावित करने का प्रयास किया तो सैनिक बैग सिंह उनके सामने अड़ गए और मतदान को प्रभावित करने से रोकने के लिए अपनी जान को जोखिम में डाल दिया इसके लिए सैनिक बैग सिंह को चुनाव आयोग और पुलिस के द्वारा सम्मानित किया जाना चाहिए, ऐसी मांग अब क्षेत्र में उठ रही है।