भोपाल। मध्य प्रदेश में कर्मचारियों की नाराजगी कांग्रेस को भारी पड़ी थी, जब 2003 में सत्ता परिवर्तन हुआ| दिग्विजय सिंह शासनकाल में माना जाता था कि कर्मचारियों की नाराजगी के कारण ही दिग्विजय की दस साल बाद सत्ता से विदाई हुई| अब यही डर दिग्विजय को एक बार फिर सता रहा है, क्यूंकि दिग्विजय भोपाल से मैदान में हैं| यही कारण है कि सिंह कर्मचाररियों के बीच पहुंचकर उनकी नाराजगी दूर कर भरोसे में लेने की कोशिश में जुटे हुए हैं| गुरूवार को दिग्विजय एक बार फिर कर्मचारियों के बीच पहुंचे।
मंत्रालय के पास कर्मचारियों से मिलकर दिग्विजय ने कहा कि 15 साल की भाजपा सरकार ने कर्मचारियों की एरियर की 8694 करोड रुपए आपकी जेब से निकाल ली और 900 करोड रुपए पेंशनर्स की जेब से। मेरे कार्यकाल में कभी ऐसा नहीं हुआ, फिर भी लोग मुझसे मुझे बार-बार कहते हैं कि कर्मचारी आपसे नाराज है। दिग्विजय ने कर्मचारियों से कहा कि लोग कहते हैं कर्मचारी मुझसे नाराज रहते हैं। मैंने कौन सा पाप किया है? क्षमा बड़न को चाहिए छोटन को उत्पात। यदि गलती हुई है तो एक बार और माफ कर दीजिए।
उन्होने कहा कि इसके बाद भी यदि कर्मचारियों में कोई नाराजगी है तो क्षमा करें। मंत्रालय के सामने इंदिरा मार्केट के पेड़ के नीचे सभा को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि मैंने हमेशा कर्मचारियों का ख्याल रखा है। कभी नाराज नहीं होने दिया। मेरी आपसे यही प्रार्थना है कि जो नाराजगी आप लोगों की रही है, उसे खत्म कर दीजिए। मैं अब मुख्यमंत्री नहीं बल्कि एक प्रतिनिधि के रूप में आपके सामने हूं।