भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा के दूसरे चरण में आज सोमवार को सात सीटों पर हुए मतदान में मतदाताओं ने बीते दो लोकसभा चुनाव के मतदान का रिकॉर्ड तोड दिया। 2014 के लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 57.86 तो 2009 में 48.33 था। इस बार सबसे अधिक मतदान 73.37 प्रतिशत आदिवासी बहुल बैतूल लोकसभा सीट पर हुआ।
सबसे कम 54.66 प्रतिशत मतदाता रीवा संसदीय क्षेत्रों में मतदान केंद्रों तक पहुंचे। बैतूल लोकसभा क्षेत्र के हरसूद में पूर्व मंत्री विजय शाह और कांग्रेस नेताओं के बीच विवाद हो गया। इसे लेकर दोनों पक्षों की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा है। मॉकपोल और मतदान के दौरान 390 मतदान केंद्रों में 699 ईवीएम और वीवीपैट खराब हो गईं। खराब मशीनों को बदलकर मतदान कराया गया। कहीं से भी हिंसक घटना या बूथ कैप्चरिंग की सूचना नहीं है।
टीकमगढ, होशंगाबाद, दमोह और छतरपुर में कुछ जगह मतदान के बहिष्कार की खबर मिली थी। वहां प्रशासन को मतदाताओं से बात करने भेजा गया। इसके बाद मतदान शुरू हो गया। हालांकि, यहां मतदान बेहद कम रहा। कुछ जगह पर भीड लगने की शिकायत मिली थी। पुलिस प्रशासन ने केंद्रों के पास से भीड को हटाया।
हरसूद में पूर्व मंत्री विजय शाह का बूथ पर विवाद हुआ। इसके बाद दोनों पक्षों ने एफआईआर करा दी। इसी तरह पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल को अनधिकृत तौर पर दमोह संसदीय क्षेत्र के जबेरा क्षेत्र में होने पर गिरफ्तार कर बाद में कारण बताए जाने पर छोड दिया।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि 12 बजे तक मतदान 35 प्रतिशत से ज्यादा पहुंच गया था, लेकिन इसके बाद गति धीमी हुई। चार बजे के बाद इसमें फिर तेजी आई और साढे पांच बजे तक यह पिछले रिकॉर्ड को तोडते हुए 65 प्रतिशत का आंकडा पार कर गया। शाम छह बजे भी ज्यादातर मतदान केंद्रों में लाइन लगी रही।
कांताराव ने बताया कि बैतूल में चुनाव ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवान महेश दुबे का हार्ट अटैक से निधन हो गया। इसी तरह कोटवार नंदूलाल नागले का भी निधन हुआ। दुबे के परिजन को 15 लाख रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। नागले के परिजन को भी नियमानुसार सहायता दी जाएगी।

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