ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के गोरमी में मुरैना जिले के अंबाह से बारात आई थी। रात में धूमधाम से बारात स्वागत सत्कार किया गया। दूल्हे ने दुल्हन को वरमाला पहनाई। इसके बाद मंडप के नीचे पंडित ने दूल्हा दुल्हन के फेरे कराए। छह फेरे हो चुके थे। सातवें फेरे से पहले दूल्हा ने लघुशंका का बहाना बनाया और दहेज में मिली बाइक लेकर गायब हो गया। कल दोपहर गायब हुआ दूल्हा जब देर शाम तक जब दूल्हा लौटकर नहीं आया तो लडकी व लडका पक्ष के लोग थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे। उधर दुल्हन हाथ में मेंहदी रचाए अपनी विदा का इंतजार करती रही है।
सुखराम के घर में खुशियों के बीच शादी की रस्में निभाई जा रही थी। वहीं दुल्हन भी अपने नए जीवन की शुरूआत को लेकर उत्सुक थी। लेकिन अचानक दूल्हा के बिना बताए चले जाने के बाद पूरा परिवार चिंता में डूब गया है। वहीं दुल्हन भी यह समझ नहीं पा रही है कि आखिर ऐसी क्या वजह रही कि दूल्हा प्रमोद उसे यूं छोडकर चला गया।
भिण्ड जिले के गोरमी तहसील के वार्ड क्रमांक पांच निवासी सुखराम कुशवाह ने अपनी बेटी की शादी मुरैना के अंबाह निवासी रामनरेश कुशवाह के बेटे प्रमोद से तय की थी। 21 अप्रैल, रविवार को सुखराम के यहां बारात आनी थी। दोनों ही परिवारों में शादी को लेकर बेहद खुशी थी। रविवार की रात नौ बजे बारात गोरमी पहुंची। रात 12 बजे दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। खाना पीना हुआ। इसके बाद कल सोमवार की सुबह दूल्हा दुल्हन को भांवरों (फेरों) के लिए मंडप के नीचे पंडित ने बुला लिया। छह फेरे हो गए थे। सातवें फेरे से पहले दूल्हा प्रमोद ने पंडित से पांच मिनिट में आने की कहा। घर के बाहर उसने शादी में मिली बाइक की चाबी रिश्तेदार से ली और उस पर बैठकर जनमासे (बारात ठहरने का स्थान) तक जाने की बात कहकर फरार हो गया। काफी देर तक प्रमोद लौटकर नहीं आया तो तलाश किया गया। लेकिन वह नहीं मिला तो उसके मोबाइल पर फोन लगाया, लेकिन वह भी स्विच ऑफ बताने लगा। ऐसे में परिजन की चिंता बढ गई।
इस घटना के बाद सुखराम के परिवार ने बारात की तो विदा कर दी। लेकिन प्रमोद के पिता रामनरेश, चाचा, फूफा सहित अन्य मुख्य रिश्तेदार रुक गए। देर रात तक प्रमोद के वापस आने का इंतजार किया गया। लेकिन जब वह लौटकर नहीं आया तो रात आठ बजे के करीब लडकी व लडके पक्ष के लोग गोरमी थाना में शिकायत करने पहुंचे। पुलिस दूल्हे का पता लगा रही है। दूल्हन अभी भी विदा के इंतजार में बैठी है।