नई दिल्ली । देश की राजधानी में बलात्कार की घटनाएं थम नहीं रही है। एक बार फिर से काले रंग के शीशे वाली चार्टड बस में एक नाबालिंग बच्ची की इज्जत को सरेआम रौंदा गया है। इस बार सुलतानपुरी में चलती हुई बस ड्राइवर ने इस घिनौनी वारदात को दिन दहाड़े अंजाम दिया।
इससे पहले इसी तरह की बस में 16 दिसंबर की रात को गैंग रेप को हुआ था। इस बार रात की बजाए दिन में बच्ची की अस्मत रौंदी गई है। बसंत विहार इलाके में गैंग रेप के हुई घटना के बावजूद बस मालिक की लापरवाही बैखोफ है। ट्रैफिक के तमाम नियम कानूनों को ठेंगा दिखा कर पुलिस को मुंह से चिढ़ा रही है।
इस बस के तमाम काले रंग के शीशे इसका जीता जागता उदारहण सबके सामने है। यहां सवाल उठता है कि दिल्ली पुलिस तभी तेजी से हरकत में आती है, जब उसकी इज्जत का सवाल हों। क्या यह सवाल नहीं है कि आखिर दिल्ली में ऐसे दरिंदे बसों को क्यों चला रहे हैं। पुलिस क्यों नहीं ऐसे ड्राइवरों को सलाखों के पीछे धकेलती।
पुलिस ने हालांकि इस कैस का खुलासा करते हुए, आरोपी ड्राईवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन यहां यह भी सवाल उठता है कि दिल्ली में हजारों बच्चे ऐसी बसों में सफ र करते हैं। क्या उनकी सुरक्षा के लिए एतिहातन कदम नहीं उठाने चाहिए। या अनहोनी होने तक दिल्ली पुलिस को हाथ पर हाथ धरे बैठकर तमाशा देखना चाहिए।
पुलिस के मुताबिक बस में एक 11 साल की बच्ची के साथ बस के ड्राइवर राकेश ने दुष्कर्म किया। बावजूद इसके कि वह कई बच्चियों का बाप है। घटना का खुलासा करते हुए कहा गया कि बच्ची ने सबसे पहले अपनी सहेलियों को बताई। इस वारदात का पता फिर उसकी मां को लगा। तब बच्ची की मां ने पुलिस के पास शिकायत पहुंचाई।
पुलिस ने बच्ची के बयान और शिकायत के बाद बच्ची को मेडिकल जांच के लिए भेजा। पुष्टि के बाद आरोपी को गिरफ्तार को हिरासत में ले लिया गया है। इसकी शिकायत पहले भी आ चुकी है। यह बस राव ट्रेवल्स की है। आरोपी सुल्तानपुरी में पीडि़त बच्ची के पड़ोस में ही रहता है।