भाजपा की अब तक जारी सूचियों में लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का नाम घोषित नहीं होने का मामला अब चुनावी मुद्दा बन गया है। टिकट में देरी को लेकर पिछले दिनों मंत्री जीतू पटवारी ने भी बयान दिया था। हालांकि कांग्रेस खुद ही अब तक इंदौर लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है। दोनों ही प्रमुख दलों द्वारा उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारे जाने से शहर में चुनावी माहौल नहीं बन पाया है।
इंदौर से महाजन का ही टिकट फाइनल होता है तो चुनाव में टिकट की देरी का मुद्दा कांग्रेस भुनाएगी। लोकसभा चुनाव के मतदान में 46 दिन बचे हैं। आमतौर पर लोकसभा चुनावों में इंदौर की सीट को लेकर भाजपा जल्दी उम्मीदवार घोषित कर देती थी, लेकिन इस बार समय लिया जा रहा है। इस कारण आठ बार चुनाव जीत चुकी सांसद सुमित्रा महाजन का टिकट कटने के कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस नेता इस देरी को भुनाने लगे हैं। कांग्रेस के कार्यकारी शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का कहना है कि महाजन भाजपा की वरिष्ठ नेता हैं। दूसरे बुजुर्ग नेताओं की तरह भाजपा उनका भी अपमान कर रही है।
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन मंगलवार को दो नंबर विधानसभा के कार्यकर्ताओं के बीच थीं। मंच पर उनके लिए खास कुर्सी लगाई गई थी और हॉल में कार्यकर्ताओं की भीड़ भी जुटी थी। बैठक में ताई ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसान समृद्धि योजना के तहत किसानों को छह हजार रुपए देने का काम शुरू कर दिया है, जबकि प्रदेश सरकार ने केंद्र को किसानों की सूची नहीं भेजी, इसलिए प्रदेश के किसानों का पैसा अटक गया है। विधायक रमेश मेंदोला ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी के वादे के साथ सत्ता में आई कांग्रेस किसानों के साथ ही वादाखिलाफी कर रही है। कर्जमाफी के नाम पर सिर्फ लाल, पीले, नीले फॉर्म भरवाए गए। बैठक में भाजपा नगर अध्यक्ष गोपी नेमा, गणेश गोयल, चंदू शिंदे व अन्य नेता मौजूद थे।