ग्वालियर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरा मन नहीं है कि मैं लोकसभा का चुनाव लडू। मैं अभी वर्तमान में विधायक हूं। पार्टी कह देगी तो वह भोपाल तो क्या राघौगढ से भी लड जाउंगा। यह बात भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लडने के सवाल पर कही। उन्होंने कहा हमारा साधारण कार्यकर्ता भी दिग्विजय सिंह को हरा देगा। वह कल भिण्ड में निजी स्कूल के शुभारंभ में आए थे। विदिशा में पत्नी साधना सिंह के चुनाव लडाने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा वो चुनाव नहीं लडेंगी। कार्यकर्ता प्रेम से नाम लेते हैं। पूरा विदिशा परिवार की तरह है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उत्तरप्रदेश के अमेठी और केरल की वायनोट सीट से चुनाव लडने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा राहुल अमेठी में असुरक्षति महसूस कर रहे हैं। इसलिए एक जगह हार जाएं तो दूसरी जगह से लड रहे हैं। जिस फौज का सेनापति ही डर जाए। वो फौज जीतेगी कैसे? गांधी परिवार पर वंशवाद के आरोप को हवा देते हुए कहा देश का हर परिवार पहला परिवार है। एक परिवार से देश नहीं चलता है। इतना कहूंगा वंशवाद की परंपरा को कांग्रेस ने शुरू की है कि एक परिवार से पार्टी कहीं बाहर नहीं जाए। चौहान ने कहा यह लोकतंत्र में कहीं स्वीकार नहीं है। बाकी भी महापुरुष पैदा हिुए हिंदुस्तान की धरती पर। उन्होंने भी बहुत काम किया है, लेकिन सिर्फ एक परिवार की पूजा करना, बाकी सबको नकारना। चाहे योजना का नाम हो या स्थानों का नाम हो। एक ही खानदान के नाम पर रख दिए गए, लेकिन जब से भाजपा सरकार आई तो बाकी महापुरुषों को बराबर का सम्मान दिया गया।
लोकसभा चुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा लोकसभा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें भाजपा जीतेगी। एनडीए को मिलाकर और ज्यादा सीटें मिलेंगी। जैसे सूरज का पूरब से उगना तय है। वैसे नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना तय है। देश की जनता मन बना चुकी है। चौहान ने कहा मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव परिणाम के हिसाब से देखें तो 17 सीटों पर भाजपा आगे थी और 12 पर कांग्रेस आगे थी। विधानसभा का गणित कुछ अलग आया होगा, लेकिन लोकसभा का गणित यह था। पिछली बार जितनी सीटें जीते थे, उससे आगे जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के 22 सीट जीतने के दावे पर कहा दावे हैं दावों का क्या है।