भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बने 76 दिन हुए हैं और कांग्रेस द्वारा चुनाव के दौरान वचनपत्र में दिए गए वचनों में से 83 को पूरा किया गया है। कमलनाथ ने गुरुवार को राज्य सरकार के 76 दिनों के कामकाज का ब्यौरा पेश किया। इस दौरान राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, “हमारी सरकार को मात्र 76 दिन ही हुए हैं, कानून व्यवस्था पर नियंत्रण एक लंबी प्रक्रिया है और उसका एक मेथड है। पिछले 15 सालों में मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप रही थी। उसी का परिणाम है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।”

मध्य प्रदेश की वित्तीय स्थिति को नाजुक बताते हुए कमलनाथ ने कहा, “जब हम सरकार में आए तो प्रदेश के आíथक हालत बदतर थे। पूर्ववर्ती सरकार ने अपने वित्तीय कु-प्रबंधन और अतिमहात्वांक्षाओं के चलते प्रदेश की आíथक स्थिति को इस हालत में पहुंचाया। केंद्र सरकार ने हमारी वित्तीय स्थिति को और अधिक कमजोर किया है और विभिन्न योजनाओं के दो हजार करोड़ रुपये कम कर दिए हैं। इसके बावजूद नई सरकार की जो प्राथमिकताएं हैं, वचन-पत्र के जो बिंदु हैं हम उसकी पूíत करेंगे।”

राज्य में जारी तबादलों को लेकर पूछे गए सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में कई अफसरों और कर्मचारियों ने भाजपा का बिल्ला जेब में रखकर काम किया है। ऐसे अािकारियों का ट्रांसफर जरूरी है। 15 साल बाद जब नई सरकार आई है तो यह स्वाभाविक है कि कई ट्रांसफर होंगे, यह एक सामान्य प्रक्रिया है। जरूरत पड़ी तो और भी ट्रांसफर किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने किसानों की कर्जमाफी से लेकर राज्य के अन्य वर्गो के लिए कामों का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया। साथ ही भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार जरूरतमंद परिवारों के लिए काम करती रहेगी।

देश में इन दिनों आतंकवाद और पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक को लेकर छिड़ी राजनीतिक बहस के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री आतंकवाद के नाम पर देश को गुमराह कर रहे हैं। जो पाकिस्तान जानता है उसे देश को बताने में परहेज क्यों, आज सíजकल स्ट्राइक पर शक-शंका क्यों हो रही है। पहले भी सíजकल स्ट्राइक हुए हैं लेकिन वे न कभी राजनीतिक रूप से प्रचारित किए गए और न ही उन पर कोई सवाल खड़े हुए हैं। पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद जो सíजकल स्ट्राइक हुई है, उस पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसियों ने अपनी खोजपरक रिपोर्ट में सíजकल स्ट्राइक के बाद किए गए दावों पर सवाल उठाए हैं।

कमलनाथ ने वायुसेना प्रमुख के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “हमारे वायुसेना अध्यक्ष ने कहा कि हमें टारगेट दिया जाता है और हम उस टारगेट पर काम करते हैं। उनका कहना भी सही है कि उनके हमले के बाद क्या हुआ इसकी जानकारी उन्हें नहीं होती। लेकिन आज किसी भी एक्शन के बाद कई ऐसी व्यवस्थाएं हैं जो उनके प्रभाव को रिकार्ड करती हैं। जीपीएस सिस्टम है, सेटेलाइट फोटोग्राफी है जो सारी गतिविधियों को रिकार्ड करती है।”

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