इंदौर। मध्यप्रदेश में पहली बार इंदौर आरटीओ में बाबुओं को फिट रखने के लिए पहल की जा रही है। अब यहां रोज शाम पांच बजे ड्यूटी खत्म होने के बाद आधा घंटा बैडमिंटन खेलना अनिवार्य किया जा रहा है। इंदौर संभाग के परिवहन उपायुक्त ने इस संबध में निर्देश दिए हैं। कोर्ट बनाने के लिए जगह का चयन किया जा रहा है।
दो दिन पहले मिले उपायुक्त संजय सोनी के निर्देश के बाद एआरटीओ निशा चौहान और अर्चना मिश्रा ने तैयारी शुरू कर दी है। निर्देश के मुताबिक दिनभर काम के दबाव में रहने वाले बाबू शाम को काम खत्म करने के बाद आधा घंटा बैडमिंटन खेलेंगे। अधिकारियों के मुताबिक आरटीओ परिसर खुले में है और यहां तेज हवा चलती है, इसलिए यहां कोर्ट बनाना मुश्किल है। इसी बीच कुछ कर्मचारियों ने टेबल टेनिस का सुझाव दिया है। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद यहां बैडमिंटन के लिए जरूरी सामान मंगा लिया गया है और जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा।
इंदौर आरटीओ में करीब 30 कर्मचारी हैं। इनमें से आधे से अधिक खेल कोटे में भर्ती हुए हैं, जबकि कुछ अनुकंपा नियुक्ति के माध्यम से आए हैं। अधिकांश बाबू खो-खो और कबड्डी से जुडे हुए हैं और अभी भी मल्हार आश्रम मैदान पर रोजाना अभ्यास के लिए जाते हैं।
परिवहन उपायुक्त इंदौर संजय सोनी ने बताया कि सब लोग शाम को एक साथ खेलेंगे तो उनके बीच आपसी समन्वय बनेगा और वे स्वस्थ भी रहेंगे। अन्य जिलों के आरटीओ में भी यह लागू करेंगे।