भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है।सीएम कमलनाथ के सर्वे में अब तक 15 टिकटों को लेकर नाम सामने आ चुके है लेकिन अब भी कई सीटों पर मंथन होना है। खबर है कि बाकी बची गुना-शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना और भिंड लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की राय अहम होगी। इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रभारियों की बैठक बुलाई है। बैठक में उम्मीदवार को लेकर रायशुमारी की जाएगी।इसके बाद नाम फायनल कर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे जाएंगे। वहां से हरी झंडी मिलते ही मार्च के पहले सप्ताह में लिस्ट जारी कर दी जाएगी। वही हाल ही में प्रियदर्शनी को लेकर दिए गए बयान के बाद उनके चुनाव लड़ने की भी अटकलें फिर तेज हो चली है।

दरअसल, विधानसभा चुनाव की जीत के बाद कांग्रेस आत्मविश्वास से भरपूर नजर आ रही है और इसलिए लोकसभा चुना में ‘विन 29’ के फार्मूले पर काम कर रही है। पार्टी की मंशा इस बार ज्यादा से ज्यादा जीते हथियाने की है। खास करके वह सीटे जिन पर पिछले चुनाव में कांग्रेस का जीत का अंतर कर रहा हो या जहां वर्तमान में भाजपा का विरोध हो। इसके लिए कांग्रेल लगातार बैठकें पर बैठके कर रही है और ऐसे उम्मीदवारों की तलाश कर रही है जो पार्टी को सीधा जीत दिला सके।इसके लिए आज गुरुवार को भिंड, ग्वालियर और सीधी सीट के प्रभारियों की गुरुवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बैठक बुलाई है।इन सीटों पर उम्मीदवार तय किए जाने को लेकर रायशुमारी की जाएगी। हालांकि गुना-शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना और भिंड लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की राय अहम होगी। इसके पीछे का कारण विधानसभा चुनाव है, चुंकी ये एरिया सिंधिया का है और हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस ने 34 में से 26 सीटें जीती है। इसी लहर का फायदा उठाकर कांग्रेस पार्टी इस अंचल की चारों सीट जीतने के लिए जोर दे रही है।

सूत्रों के अनुसार गुना-शिवपुरी सीट से प्रियदर्शनी राजे को चुनाव लड़ाए जाने पर पार्टी की रणनीति है। ज्योतिरादित्य को ग्वालियर से मैदान में उतारने की है। हालाकि सिंधिया पहले ही गुना से चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं।वही प्रियदर्शनी राजे भी चुनाव लड़ने से साफ इंकार कर चुकी है, लेकिन बीते दिनों सिंघिया द्वारा दिए गए बयान ”सांसद पति ना बन जाउं” के बाद राजे को लेकर सरगर्मियां फिर तेज हो चली है।हालांकि बीते कई दिनों से गुना-शिवपुरी में उनकी सक्रियता भी चर्चा में रही है। इसके साथ ही मुरैना लोकसभा से पिछला विधानसभा चुनाव हारे रामनिवास रावत और मनोज पाल सिंह का नाम प्रमुखता से सामने आया है।

कमलनाथ गुरुवार को भिंड, सीधी और खजुराहो सीट की रायशुमारी करेंगे। सीधी जिले की सिहावल विधानसभा से परचम लहराने वाले पंचायत ग्रामीण एवं विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल की राय को पार्टी इस सीट पर से प्रत्याशी चयन में अहम तब्ज्जो दे रही है। इस सीट से पटेल के भाई श्रीमान पटेल प्रबल दावेदारी जता रहे हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को पार्टी सतना से चुनाव लड़ाना चाहती है, उनका नाम सीधी से भी है। भिंड से यदि पार्टी युवा पर दाव अजमाती है तो यहां से महेंद्र जाटव का नाम प्रमुखता से उभर कर सामने आया है। इसके अलावा पूर्व विधायक कमलापत आर्य, पूर्व मंत्री महेंद्र बौद्ध का भी नाम चर्चा में है। फूल सिंह बरैया भी कांग्रेस के संपर्क में है। इसलिए यह माना जा रहा है कि पार्टी बरैया को भी मैदान में उतार सकती है। खजुराहो सीट से हाल ही में भाजपा से कांग्रेस आए पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया का नाम चर्चा में है। इस सीट से पूर्व मंत्री रहे मुकेश नायक को भी पार्टी उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। नायक का नाम पहले दमोह लोकसभा सीट की हुई रायशुमारी में सामने आया था।

सूत्र बताते हैं कि हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा करवाए गए सर्वे में कई नेताओं के नाम सामने आए है। बैठकों में ली गई पर्चियों में जिन दिग्गजों के नाम आए हैं, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, रामकृष्ण कुसमरिया, मीनाक्षी नटराजन, आनंद अहिरवार, गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी व प्रतापभानु शर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक सुंदरलाल तिवारी, प्रमिला सिंह, कमलासिंह, संजीव उइके, राजकुमार पटेल, शैलेंद्र पटेल, निशंक जैन, मुकेश नायक, अभय मिश्रा, नरेंद्र नाहटा, सुभाष सोजतिया, पारस सकलेचा, सुरेंद्र चौधरी, प्रभु सिंह, रमेश पटेल व विजय सिंह सोलंकी आदि हैं।

गुना और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर किसी ने दावेदारी नहीं की है। गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया, छिंदवाड़ा से नकुलनाथ का नाम तय है इसलिए यहां दावेदार सामने नहीं आए। रतलाम सीट पर भी कांतिलाल भूरिया उम्मीदवार रहेंगे फिर भी एक-दो आदिवासी नेताओं ने चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है।

संगठन ने दावेदारों को साफ कर दिया है कि उम्मीदवार सिर्फ सर्वे के आधार पर ही तय होगा। जिताउ चेहरा छांटने के लिए तीन स्तर पर सर्वे कराए गए हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ और संगठन ने अलग-अलग सर्वे कराए हैं। इनके आलवा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सर्वे कराया है।

अभी तक रीवा, सतना, मंडला, शहडोल, सागर, दमोह, टीकमगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, विदिशा, देवास, धार, मंदसौर, खरगोन और उज्जैन की सीटों पर चर्चा हो गई है।इसके साथ ही इनमें सौ से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम सामने भी आ गए है, जिन्हें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पास रख लिया है।

भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, गुना, राजगढ़ जैसी सीटों खजुराहो, सीधी और भिंड लोकसभा सीटों पर अब भी मंथन होना बाकी है। इसके लिए दूसरे दौर की बैठक बुलाई गई है। इसमें कई सीटों पर सिंधिया की अहम भूमिका होगी। गुना-शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना और भिंड लोकसभा सीटों पर सिंधिया की राय ली जाएगी, इसके बाद नाम फायनल कर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे जाएंगें।

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