भोपाल। पांच बीघा या ढाई एकड़ खेती वाले किसान जो 60 साल के हो गए हैं, ऐसे किसानों को मप्र सरकार अब एक हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन के रूप में देगी। किसानों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाया जाएगा। यह घोषणा मंगलवार को भेल दशहरा मैदान में आयोजित किसान कर्जमाफी कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री व भोपाल के प्रभारी डॉ. गोविंद सिंह ने की। उन्होंने कहा कि गुलाबी फार्म भरने वाले किसानों की जांच चल रही है।
सभी पात्र किसानों का ऋण माफ होगा। लेकिन किसी भी फर्जी किसान को इसका लाभ नहीं मिलेगा। कार्यक्रम में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि आम लोगों के खाते में 15 लाख तो नहीं आए, लेकिन मप्र सरकार ने दो लाख रुपए जमा करवा दिए हैं, किसानों का कर्ज माफ करके।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ऋण माफ कर किसानों पर कोई अहसान नहीं किया, बल्कि उन्हें समृद्ध बनाने की दिशा में यह छोटी सी पहल है। इससे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। पिछली सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दो लाख करोड़ का ओवर ड्राफ्ट सरकार छोड़कर गई है। हर व्यक्ति को 35 हजार का कर्जदार बना दिया है।
बता दें कि भोपाल जिले में 65 हजार किसानों ने कर्जमाफी के लिए आवेदन किया था। इसमें से 61 हजार किसानों का कर्जमाफ किया जाना है। इसमें से 35 हजार का पहले चरण में कर्जमाफ किया जा रहा है। इसमें से हुजूर क्षेत्र के 8 हजार किसानों को मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में सम्मान पत्र वितरित किया गया। इसके बाद बैरसिया में कर्जमाफी कार्यक्रम आयोजित कर सम्मान पत्र बांटे जाएंगे।
कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाकर आपने साइकल में एक पहिया तो लगा दिया है, दिल्ली का दूसरा पहिया भी लगा दें। इसके बाद आपकी जो भी परेशानियां हैं, सब दूर कर दी जाएंगी। वहीं, कार्यक्रम में जनसंपर्क मंत्री भी बोल पड़े की केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनाएं। आप मुख्यमंत्री को मजबूत करें वे किसानों, युवा और महिलाओं को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कृषि आधारित उद्योग लगाने वालों की सहायता करेंगे। बता दें कि पूरे कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री तीन मिनट और जनसंपर्क मंत्री पांच मिनट तक बोले।