ज्ञात हो कि कमलनाथ छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं। उन्होंने 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस स्थिति में उन्हें आगामी छह माह के भीतर अर्थात 12 जून से पहले विधायक निर्वाचित होना जरूरी है। इसी के चलते सक्सेना ने इस्तीफा दिया है ताकि कमलनाथ उप-चुनाव लड़ सकें।
सक्सेना ने दो दिन पूर्व भी कहा था कि उन्होंने कमलनाथ के लिए अपनी सीट खाली करने का मन बना लिया है, पद त्यागने का इस्तीफा भी लिखा रखा है, और जिस दिन जरुरत लगेगी वे अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
छिंदवाड़ा जिले की सौंसर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक विजय चोरे भी कमलनाथ के लिए इस्तीफा देने की पेशकश कर चुके हैं।