भोपाल। मप्र में स्थापित उद्योगों को हो रही दिक्कतों पर मंगलवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने समूहों के प्रतिनिधियों के साथ लंबी बातचीत की। राजधानी के मिंटो हॉल में हुई बैठक में कमलनाथ ने उद्योगपतियों से कहा कि आप लोगों का निवेश मप्र में है और यदि आप ही शिकायत करेंगे तो यहां कौन आएगा।
बैठक के बाद कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हर सेक्टर के उद्योगों के लिए एक अलग नीति की जरूरत है। एक ही नीति हर तरह के उद्योगों पर लागू नहीं हो सकती, इसलिए एक समग्र नीति के साथ-साथ हर सेक्टर के लिए अलग नीति तैयार की जाएगी। इससे हम उद्योगों की जरूरत को पूरा कर पाएंगे और सिस्टम की कार्यशैली में परिवर्तन लाएंगे।
कमलनाथ ने कहा कि मेरे लिए ज्यादा रोजगार देने वाले उद्योग महत्वपूर्ण है। जो उद्योग जितना रोजगार देंगे, उसे उतनी सुविधा दी जाएगी। इसलिए प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग, टूरिज्म, गारमेंट और सर्विस सेक्टर को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम ऐसी नीति बनाएंगे, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिले।
कमलनाथ ने कहा कि पिछले 10 सालों में सिंगल विंडो सिस्टम को लेकर बातें बहुत हुई हैं, लेकिन उद्योगपतियों ने सबसे ज्यादा शिकायतें इसी सिस्टम को लेकर की हैं। उन्होंने बताया कि अब उद्योग विभाग के अनुभवी अधिकारियों को उद्योगों का हैंड होल्डर बनाया जाएगा। यह अधिकारी 10 से 12 उद्योगों के इंचार्ज होंगे और उद्योगों को मिलने वाली सुविधाएं सुनिश्चित करेंगे। यह हैंड होल्डर सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेंगे।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से कहा कि मप्र का फोकस कृषि के विकास के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराना है। हम चाहते हैं कि निवेश के लिए दबाव न बनाना पड़े, अपने आप प्रदेश में निवेशक आकर्षित हों। उद्योगों के हिसाब से उन्हें मप्र में पर्याप्त कौशल मिल सके, इस दिशा में भी हम काम कर रहे हैं।