सरकार बदल गई इसका मुझे बहुत कष्ट है। मुझे इसका दुख नहीं है कि मैं सीएम नहीं हूं, दुख केवल इस बात का है कि वोट भाजपा को ज्यादा मिले फिर भी सीट कम मिलीं। मुझे लोगों ने सलाह दी थी कि जोड़-तोड़ कर लें, लेकिन जोड़-तोड़ और खरीद-फरोख्त की सरकार को मैं चिमटे से छीलना भी पसंद नहीं करता। उनकी सरकार भी पूरी बहुमत से नहीं बनी है। कब तक चलेगी और कब टपक जाए, इसका कोई ठिकाना नहीं है। जब भी बनाएंगे हम बहुमत की सरकार बनाएंगे।
जब मैं मुख्यमंत्री था तो हमेशा बीमारों, जरूरतमंदों की मदद करता था। नई सरकार के कार्यकाल में लोगों को बीमारी सहायता के लिए परेशान होना पड़ रहा है। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने वैचारिक मंच से कही। वे सोमवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय और लक्ष्मणसिंह गौड़ के स्मरण पर आयोजित वैचारिक यज्ञ व समरसता दिवस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता व चिंतक के रूप में हिस्सा लेने आए थे। आयोजन फूटी कोठी चौराहे के पास आईडीए ग्राउंड में हुआ। उन्होंने पं. उपाध्याय के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि वे इंसान के शरीर, मन, बुद्धि व आत्मा के सुख को ही सुख मानते थे।
चौहान ने कहा कि वर्तमान सरकार भाजपा के कार्यकाल में बनाई गई योजनाओं को धीरे-धीरे बंद कर रही है। राज्य बीमारी सहायता योजना को ठप कर दिया है। लोग को इलाज कराने राशि के लिए भटकना पड़ रहा है। जब लोग मेरे पास आते थे तो उन्हें एक, दो, तीन लाख रुपए तक की सहायता दे दी जाती थी। आयुष्मान योजना को भी दरकिनार कर दिया है। इस योजना पर लोग चाहें तो गैर राजनीतिक तरीके से काम किया जा सकता है, जिससे कि जरूरतमंदों को मदद मिल सके। वहीं अन्य योजनाओं की हालत भी खस्ता है।