सेंधवा (बड़वानी)। बड़वानी जिले के बलवाड़ी में 20 जनवरी को भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की हत्या भाजपा के ही अर्द्ध घुमक्कड़-घुमक्कड़ जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक और पूर्व पशुपालन मंत्री के खास ताराचंद राठौड़ और उसके पंचायत सचिव पुत्र दिग्विजय राठौड़ ने राजनीतिक वर्चस्व को लेकर करवाई थी।
गुरुवार को पुलिस अधीक्षक यांगचेन डी. भूटिया ने बताया कि ठाकरे के बलवाड़ी भाजपा मंडल अध्यक्ष बनने के बाद ताराचंद का धवली क्षेत्र में दबदबा और राजनीतिक रसूख कम होने लगा था।
इसके चलते राठौड़ पिता-पुत्र ने पांच लाख की सुपारी दी थी। पुलिस ने ताराचंद राठौड़, दिग्विजय उर्फ विजय पुत्र तारांचद राठौड़, अनिल डावर, नानू डावर, रवि और कालू को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपित दिलीप हमरा, दवलिया और रेमू फरार हैं।
20 जनवरी को मनोज ठाकरे बलवाड़ी स्थित घर से मॉर्निंग वॉक पर निकले थे, तभी पत्थरों और धारदार हथियारों से उनकी हत्या कर दी गई थी।
दूसरे दिन पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान ने ग्राम बलवाड़ी में पुलिस को चेतावनी दी थी कि 31 जनवरी तक आरोपितों को नहीं पकड़ा गया तो वे एक फरवरी को बड़वानी एसपी कार्यालय का घेराव करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस दौरान हत्या का आरोपित दिग्विजय राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री चौहान की बगल में बैठकर हत्याकांड का विरोध किया था।
ठाकरे हत्याकांड के राजफाश के बाद नईदुनिया से चर्चा में मप्र के गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि शासन की बागडोर हाथ से जाते ही भाजपा का चरित्र सामने आ रहा है।
मामले को लेकर शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार और मुझ पर अंगुली उठाई थी। भाजपा पदाधिकारी ही इस षड्यंत्र में शामिल पाए गए हैं। अब शिवराजसिंह चौहान इस बात का जवाब भी दें।