भोपाल| मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है| निर्दलीयों के समर्थन के बाद कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया है और राज्यपाल की ओर से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को बुलावा आ गया है| मंगलवार रात को कमलनाथ ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगते हुए सरकार बनाने का दावा किया था और नतीजों में सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा किया था| खबर है कि राजभवन से कमलनाथ को 12 बजे के बाद का समय दिया गया है| पूर्ण बहुमत से दो सीट दूर रही कांग्रेस ने निर्दलीयों से समर्थन के लिए संपर्क किया है, चारों निर्दलीय विधायक कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल हो सकते हैं| वहीं बसपा ने भी कांग्रेस को समर्थन का एलान कर दिया है| जिसके बाद यह तय है कि कांग्रेस प्रदेश में सरकार बनाएगी| बसपा के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हार स्वीकारते हुए सरकार बनाने का दावा नहीं करने का फैसला लिया है| उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया है|
कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा है कि कांग्रेस की 114 सीटें और सात अन्य व निर्दलीय सीट मिलाकर कांग्रेस के पास कुल 121 सीटें हैं जिसके आधार पर आज 12:00 बजे राज्यपाल से मुलाकात कर दावा पेश करेंगे| इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ दिग्विजय सिंह ज्योतिरादित्य सिंधिया दीपक बावरिया सहित कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद रहेंगे|
पहली बार एक ऐसा चुनाव परिणाम सामने आया है, जिससे राजनीतिक दल सहित राजनीतिक विशेषज्ञ भी चकरा गए| जनता का क्या मूड था यह अंतिम समय तक समझ नहीं आया| यही कारण रहा कि कोई भी यह नहीं कह सका कि किसकी सरकार बनने जा रही है| एग्जिट पोल में भी अलग अलग परिणाम सामने आये| वहीं देर रात तक चली मतगणना के बाद भी स्तिथि स्पष्ट नहीं हुई | बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही बहुमत से दूर है| भाजपा 109 कांग्रेस 114 सीटों पर है वहीं अन्य के खाते में 7 सीटों पर है, अब यही 7 सात सीटें पर जीते प्रत्याशी किंगमेकर की भूमिका में है| इससे पहले कांग्रेस में देर रात तक बैठक चली जिसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार बनाने का दावा करते हुए राज्यपाल से मिलने का समय माँगा, जिसके बाद कांग्रेस को राजभवन से बुलावे का इन्तजार था| अब तय होगया है कांग्रेस प्रदेश में सरकार बना रही है|