इंदौर। नगर निगम ने पहली बार शहर में जहां-तहां थूकने वालों पर पुणे की तर्ज पर कार्रवाई करते हुए उन्हीं से सड़क की सफाई भी करवाई और दंड भी वसूला। यह प्रयोग सरवटे बस स्टैंड परिसर में किया गया जहां 15 ऐसे लोगों को पकड़ा गया, जिन्होंने थूका था। निगम के दल ने थूकने वालों से चालान के 100-100 रुपए भी वसूले और उन्हें झाड़ू-बाल्टी थमाकर थूकी गई जगह साफ करवाई।
निगम जोन-11 वार्ड 55 स्थित सरवटे बस स्टैंड में यह काम निगम के सीएसआई मुकेश करोसिया ने करवाया। जब निगम की टीम ने लोगों को पकड़ा तो वे कहने लगे कि हमसे क्या गलती हो गई? सीएसआई ने उनसे कहा कि पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है। आप जिस बस स्टैंड में खड़े हैं, वह साफ-सुथरा है और आप उसे थूककर गंदा कर रहे हैं। इस पर लोगों ने गलती मानते हुए सॉरी कहा और चालान भरकर खुद सफाई भी की।
सीएसआई ने बताया कि कुछ लोगों ने कहा कि पहले इंदौर में इतनी सफाई नहीं थी। हम सालों बाद यहां आए हैं। यही कारण है कि इंदौर सफाई में नंबर एक है। एक बस ड्राइवर ने बस में बैठे-बैठे थूका तो उसे भी चालान भरकर सफाई करना पड़ी।
नगर निगम ने जहां-तहां थूकने वालों पर शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 97 लोगों को रंगे हाथ पकड़कर उनसे 10 हजार रुपए का दंड वसूला। इन लोगों के 100 से 200 रुपए के चालान बनाए गए। निगम स्वास्थ्य विभाग के दलों ने यह कार्रवाई चंदन नगर, सिरपुर, मॉडर्न चौराहा, सांवेर रोड, अग्रसेन प्रतिमा, कनाड़िया रोड, नेमावर रोड, वर्ल्ड कप चौराहा, मालवा मिल, गंगवाल बस स्टैंड और स्कीम-91 समेत अन्य इलाकों में की।