मिजाजीलाल जैन
भोपाल। विधानसभा चुनाव आचार संहिता के दौरान की गई सख्ती से मध्यप्रदेश में अब तक 55 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति और नकदी का खुलासा हो चुका है। कालेधन की धरपकड़ के लिए आयकर विभाग द्वारा शुरू की गई मुहिम के दौरान करीब एक दर्जन शहरों में यह कालाधन सामने आया। इनमें 25 करोड़ रुपए की संपत्ति 5 दिन में ही सामने आ गई। बड़वानी में ही डेढ़ करोड़ की नकदी सहित 8 करोड़ रुपए से अधिक नकद व जेवर जब्त हुए।
विभागीय सूत्रों का दावा है कि आवाजाही के दौरान शुरू की गई पुलिस छानबीन के दौरान जिन लोगों के पास लाखों रुपए की नकदी मिली और वे समाधानकारक जवाब नहीं दे पाए। उन सभी लोगों से जुड़े ठिकानों पर तुरंत ही विभाग ने छानबीन की। हाल ही के दिनों में इस तरह की करीब 70 कार्रवाइयां की गईं। इसी कड़ी में जबलपुर में 500 करोड़ रुपए के हवाला कारोबारी का सुराग भी मिला। उसके यहां विभाग के इन्वेस्टीगेशन विंग ने छापामारी भी की है।
विभाग को आश्चर्य है कि इनमें से 25 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति व नकदी का खुलासा तो 5 दिन में हुआ। यह कालाधन चुनावी गतिविधियों से जोड़कर भी देखा जा रहा है। पन्नाा में जब्त हुए 58 लाख रुपए नकद और एक किलो सोने की 10 छड़ों के मामले में आयकर अफसरों ने जब गहराई से छानबीन की तो कई जानकारियां गलत पाई गईं।
जिस व्यक्ति के पास से यह माल बरामद हुआ, उसने पूछताछ में बताया था कि उसने रायपुर में किसी ज्वेलर्स से यह सोना खरीदा और नकदी लेकर जा रहा है, लेकिन विभाग की तहकीकात में पता चला कि एक महीने पहले उसने रायपुर में सोना खरीदा था, तब एक-एक किलो की छड़ें थीं।
इन शहरों में हुई कार्रवाई
आयकर विभाग ने चुनावी आचार संहिता के दौरान जिन शहरों में कार्रवाई की उनमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बड़वानी, मंदसौर, रतलाम, सिवनी, कटनी, शहडोल और बालाघाट भी शामिल हैं। इस दौरान जबलपुर में पंजू गोस्वामी के यहां 60 लाख रुपए नकद और 500 करोड़ रुपए के हवाला कारोबार का खुलासा हुआ।
इस मामले के तार मुंबई-दिल्ली सहित कई शहरों से जुड़ रहे हैं। फिलहाल विभागीय अफसर जांच के नाम पर कुछ भी जानकारी देने से बच रहे हैं। विभाग का कहना है कि आयकर अधिनियम की धारा 132-ए के तहत 18 अलग-अलग मामलों में 8 करोड़ रुपए से अधिक की जब्ती हुई है। इनमें सबसे बड़ी रकम बड़वानी से जब्त हुई है। धारा 133-ए में सभी जगह सर्वे की कार्रवाई को भी अंजाम दिया गया।