भोपाल। पूर्व विधायक और भाजपा से निष्कासित किए गए पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा की भाजपा में वापसी हुई है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने गिरिजाशंकर शर्मा की वापसी कराई। गिरिजाशंकर शर्मा ने नर्मदा में अवैध उत्खनन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक का विरोध किया था। हालांकि पार्टी ने उनका निलंबन वापस ले लिया है।

आपको बता दें कि गिरिजाशंकर शर्मा विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा के भाई हैं और पूर्व विधायक हैं। नगरीय निकाय चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी से बगावत की थी जिसके चलते भाजपा ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। लेकिन गुरुवार को उनकी ससम्मान पार्टी में वापसी हुई। उनके साथ 10 अन्य लोग की भी पार्टी में वापसी हुई। इस दौरान भाजपा के प्रदेश कार्यालय में विनय सहस्त्रबुद्बे के अलावा संगठन महामंत्री सुहास भगत, विनोद गोटिया, ब्रजेश लूनावत और अन्य नेता मौजूद थे।

गिरिजाशंकर ने सीएम शिवराज सिंह के खिलाफ बुधनी में हुए कांग्रेस के जल सत्याग्रह में भी हिस्सा लिया। वे बुधनी से ही कांग्रेस से टिकट चाह रहे थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। बाद में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद उनकी वापसी तय हुई। गिरिजाशंकर की वापसी से भाजपा को होशंगाबाद में लाभ मिलेगा। क्योंकि फिलहाल होशंगाबाद से डॉ. सीतासरण शर्मा के खिलाफ पूर्व मंत्री सरताज सिंह मैदान में हैं।

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