भोपाल। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने अपेक्षा व्यक्त की है कि विकास के क्षेत्र में मध्यप्रदेश पूरे देश के लिये रोल मॉडल बने। डॉ. कलाम आज यहाँ अटल ज्योति अभियान के तहत भोपाल जिले के ग्रामों में सातों दिन 24 घंटे विद्युत प्रदाय की महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ कर रहे थे। इस अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर हाथ को काम, हर खेत को पानी और 24 घंटे बिजली देकर प्रदेश को देश और दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण राज्य बनायेंगें।
इस अभियान के तहत जिले के सभी गाँव में अब 24 घंटे बिजली मिलेगी। अटल ज्योति अभियान के तहत 24 घंटे बिजली उपलब्धता वाला भोपाल प्रदेश का सातवाँ जिला है।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने अटल ज्योति अभियान के अंतर्गत गैर कृषि उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि उपभोक्ताओं को 8 घंटे विद्युत उपलब्ध करवाने को महान कार्य बताते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऊर्जा की उपलब्धता से जनशक्ति की क्षमता का निर्माण संभव होता है। उन्होंने कहा कि 2014 तक ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म-निर्भर होने की योजना से मध्यप्रदेश में हर नागरिक सशक्त बनेगा।
डॉ. कलाम ने मानव समाज के विकास और समृद्धि में ऊर्जा के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा उत्पादन का सबसे उपयुक्त तरीका है। इसके लिये सामाजिक जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि विद्युत वितरण में कई राज्य में हानि बहुत ज्यादा मात्रा में है। ऊर्जा की खपत को 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
डॉ. कलाम ने ऊर्जा की उपलब्धता के जरिये लोगों का सशक्तीकरण करने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे सभी लोगों को आजीविका निर्माण का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि विद्युत उत्पादन, वितरण और विपणन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के प्रयास अपने आप में एक अनुपम अनुभव है।
पूर्व राष्ट्रपति ने वितरण क्षमता की चर्चा करते हुए कहा कि न्यूनतम हानि के साथ विद्युत का ट्रांसमिशन और वितरण होना चाहिये। वैश्विक मापदंड के अनुरूप ट्रांसमिशन क्षमता बढ़ाने की जरूरत बताते हुए उन्होंने कहा कि ऊर्जा की हानि को कम कर ऊर्जा की मांग को भी कम किया जाना चाहिये। उन्होंने ट्रांसमिशन और वितरण के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की।
डॉ. कलाम ने ऊर्जा की बचत के संबंध में कहा कि ईको फ्रेंडली आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए ऊर्जा की खपत कम करने वाले भवन बनाये जाना चाहिये।
डॉ. कलाम ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को ऊर्जा सुरक्षा मिलना चाहिये। इसके लिये ऊर्जा उत्पादन पर्यावरण हितैषी होना चाहिये। सौर ऊर्जा से संचालित घर बनाये जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि भारत में करीब 200 मिलियन घर हैं जिनमें से 60 मिलियन घर की ऊर्जा तक पहुँच नहीं है। इसके लिये एक राष्ट्रीय नीति की आवश्यकता है सोलर पैनल के आवास इकाइयों में लगे हों। सोलर पैनलयुक्त घर बनाने और स्ट्रीट लाईट लगाने की कार्यवाई से करीब 50 हजार से 60 हजार मेगावाट ऊर्जा मिलेगी, जो अर्थ-व्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग में आयेगी।
पूर्व राष्ट्रपति ने ग्रामीण समृद्धि के लिये पुरा (PURA) की अवधारणा की चर्चा करते हुए कहा कि चूँकि मध्यप्रदेश राज्य विकास के लिये जरूरी तीन प्रमुख संसाधन के मामले में भाग्यशाली है – ऊर्जा, जल और युवा शक्ति। इस दृष्टि से पुरा (PURA) मध्यप्रदेश के लिये मिशन हो सकता है जो लोगों को गरीबी की रेखा से ऊपर उठायेगा।
मध्यप्रदेश में घटेगी विद्युत दरें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण युवा शक्ति का सकारात्मक उपयोग कर प्रदेश को देश का समृद्ध प्रदेश बनाने का संकल्प लिया गया है। ग्रामीण मध्यप्रदेश में छोटे उद्योगों की श्रंखला बिछायी जायेगी। इसमें 24 घंटे विद्युत की उपलब्धता की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। श्री चौहान ने कहा कि जहाँ देश के विभिन्न राज्य द्वारा बिजली की दरें बढ़ायी जा रही हैं वहाँ मध्यप्रदेश ने इसमें कोई बढ़ोत्तरी नहीं की। उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा कि अगले साल विद्युत दर में पाँच प्रतिशत की कमी की जायेगी। विद्युत दर घटाने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा।
श्री चौहान ने कहा कि लोग मुझे सपनों का सौदागर कहते हैं। श्री चौहान ने इसे स्वीकार करते हुए कहा कि वे प्रदेश के समग्र विकास का सपना देखते हैं और उसे साकार करने का संकल्पबद्ध होकर प्रयास भी करते हैं। इसी का परिणाम है कि मध्यप्रदेश 10.02 प्रतिशत विकास दर के साथ देश का प्रथम राज्य है। कृषि विकास दर करीब 19 प्रतिशत है। युवाओं के लिये स्किल डेवलपमेंट मिशन शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना बनायी गई है।
श्री चौहान ने कहा कि हम चाहते हैं कि युवा उद्यमी बनें और दूसरों को रोजगार दें। प्रदेश में सिंचाई क्षमता साढ़े सात लाख हेक्टयर से बढ़ा कर करीब 24 लाख हेक्टेयर की गई है। गाँव में परंपरागत शिल्पियों के लिये बाजार बनाने की योजना बनायी गई है। उन्होंने कहा कि बिजली बचाना भी जरूरी है इसलिये उपलब्ध बिजली का सदुपयोग करें। उन्होंने संकल्प दिलाया कि अपने गाँव, प्रदेश और देश को बेहतर बनाने में योगदान करें।
ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने स्वागत भाषण में कहा कि प्रदेश के हर गाँव में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने और आवश्यक अधोसंरचना निर्माण के लिये राज्य सरकार ने 25,000 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाये हैं। वर्ष 2005 की विद्युत उपलब्धता 4600 मेगावाट से बढ़ाकर आज हम 10 हजार 245 मेगावाट तक पहुँच गये हैं। वर्ष 2014 के अन्त तक प्रदेश में विद्युत उपलब्धता 14 हजार 500 मेगावाट हो जायेगी। सांसद श्री कैलाश जोशी ने कहा कि बिजली की कमी को दूर करना राज्य सरकार की प्राथमिकता में है।
कार्यक्रम में अटल ज्योति योजना के तहत प्रकाशित पुस्तक ‘लोक मित्र योजना’ का विमोचन किया गया। साथ ही फंदा और बैरसिया के सरपंचों को अटल ज्योति अभियान का किट वितरित किया गया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री सुन्दरलाल पटवा, सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर, वित्त मंत्री श्री राघव जी, गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, महापौर श्रीमती कृष्णा गौर, विधायक, ग्रामीण क्षेत्रों से आये किसान तथा बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन भोपाल जिले के प्रभारी तथा जल संसाधन मंत्री श्री जयंत मलैया ने किया।