भोपाल। मध्यप्रदेश के सियासी अखाड़े में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उतरने वाले हैं। पीएम मोदी 16 नवंबर को मध्यप्रदेश से चुनावी शंखनाद करने आ रहे हैं।बताया जा रहा है कि पीएम मोदी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उस तरह से व्यापक पैमाने पर चुनाव प्रचार नहीं करेंगे जिस तरह से उन्होंने गुजरात में किया था। गुजरात में पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने 30 रैलियों को संबोधित किया था। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हो रहे विधानसभा चुनाव को सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है।
खास बात ये है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मध्य प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इससे पहले हुए विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी प्रचार करने तो आए थे, लेकिन तब वे प्रधानमंत्री नहीं थे। मोदी यहां लोगों को पार्टी के पक्ष में करने की कोशिश करेंगे, हालांकि इस बार ऐसा करना उनके लिए आसान नहीं होगा। चुंकी प्रदेश की शिवराज सरकार के खिलाफ लोगों में भारी नाराजगी है, जो कि बीते दिनों देखी जा चुकी है। मोदी के सामने एट्रोसिटी एक्ट और पदोन्नति में आरक्षण बड़ा मुद्दा होगा।अब देखना यह होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सब चुनौतियों से कैसे पार्टी को निजात दिलाते हैं और शिवराज को चौथी बार सरकार बनाने में कामयाब बनाते है।
मोदी इस दिन शहडोल और ग्वालियर में एक साथ दो सभाएं लेंगे। पांच दिन में मोदी 10 सभाएं करेंगे। प्रचार थमने के ठीक पहले तक प्रधानमंत्री 150 से 200 विधानसभाओं तक पहुंचना चाहते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी 14 नवंबर के बाद तेजी से मध्यप्रदेश में सक्रिय होंगे। वे सात दिन में 28 लोकसभा तक जाएंगे।
कहां और कब होंगी मोदी की सभाएं
16 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ग्वालियर और शहडोल में सभा करेंगे।
18 नवंबर को छिंदवाड़ा और इंदौर में सभा करेंगे।
20 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी झाबुआ और रीवा में सभा करेंगे।
23 नवंबर को मंदसौर और छतरपुर में सभा करेंगे।
25 को विदिशा और जबलपुर में सभाएं करेंगे।