सतना। धारकुंडी थाना इलाके के प्रतापुर गांव में चूने की एक खदान धसकने से तीन ग्रामीणों की मौत हो गई है। इस हादसे की सूचना गांववालों ने पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंचीं और मलबे में दबी लाशों को निकालने का काम शुरू हुआ। ये कोई पहला मौका नहीं है, जब यहां इस तरह का हादसा हुआ है। इससे पहले भी झुलना खदान में ऐसी घटना हो चुकी है।
ऐसी जानकारी आ रही है कि ये खदान अवैध थी। दिवाली की रंग रोगन के लिए गांववाले इस खदान से चूना निकाल रहे थे। तभी ऊपर से बड़ा टीला धंस गया और तीन लोग उसमें दब गए। ये खदान अब पूरी तरह से बंद है। लेकिन फिर भी चोरी छुपे यहां अवैध खनन होता है।
जिस खदान में ये हादसा हुआ है, वो जंगल के बीचों-बीच है और लंबे वक्त से बंद है। यहां पहुंचने का रास्ता भी काफी दुर्गम है। जमीन से इस खदान की ऊंचाई 600 मीटर से ज्यादा है। इसी खदान से 4 ग्रामीण चूना निकालने के लिए गए थे कि अचानक ये धंस गई। हादसे में तीन लोग दब गए, जबकि एक ग्रामीण बच निकला। उसने ही गांव पहुंचकर इसकी जानकारी दी। फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
मौके पर जेसीबी पहुंचीं हुई है। लेकिन रास्ता इतना दुर्गम है कि जेसीबी ऊपर नहीं जा पा रही है। ऐसे में पुलिस और ग्रामीण अन्य साधनों की मदद से खदान में दबी तीन लोगों की लाशों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।