वाशिंगटनः अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने 21 गामा किरण पुंजों के समूह का नाम बदल दिया है। इनके नाम अब हल्क और गॉडजिला जैसे काल्पनिक फिल्मी किरदारों पर रखे गए हैं। वैज्ञानिकों ने फर्मी गामा-रे स्पेस टेलीस्कोप मिशन के दस साल पूरे होने के मौके पर यह नामकरण किया है। फर्मी का लार्ज एरिया टेलीस्कोप (एलएटी) जुलाई, 2008 से अंतरिक्ष में मौजूद सबसे उच्च ऊर्जा वाली किरण ‘गामा-रे’ के स्त्रोतों की खोज कर रहा है।
गामा किरणें अंतरिक्ष में होने वाली घटनाओं जैसे तारों के विस्फोट, ब्लैक होल आदि से उत्सर्जित होती हैं। 2015 तक फर्मी ने गामा किरणों के करीब तीन हजार स्त्रोतों का पता लगा लिया था। खोजे गए स्त्रोतों की संख्या अंतरिक्ष में मौजूद चमकीले तारों की संख्या के बराबर होने का अनुमान है। इसलिए वैज्ञानिकों ने इन किरणों के समूह तैयार किए। तारों के समूह के आकार को ध्यान में रखकर उन्हें नाम दिया जाता रहा है।
इसी तर्ज पर वैज्ञानिकों ने गामा किरण पुंजों का भी नामकरण किया। इनके नाम लिटिल प्रिंस, हॉलीवुड फिल्म ‘डॉक्टर हू’ में दिखाई गई जादुई आलमारी ‘टार्डिस’, गॉडजिला, हल्क और स्टार ट्रेक: द ओरिजनल सीरीज के यूएसएस एंटरप्राइज के नाम पर रखे गए हैं। फर्मी मिशन की प्रमुख वैज्ञानिक जूली मैक इनेरी ने कहा कि टेलीस्कोप के मिशन की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए गामा-रे समूहों का नामकरण करना काफी रोचक था।