भोपाल। राज्य मंत्री का दर्जा छोड़ने के एक दिन बाद कम्प्यूटर बाबा ने भोपाल छोड़ दिया। नर्मदा संरक्षण समिति के सदस्य रहे कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि मैंने सरकार में शामिल होने की गलती की थी। धर्मविरोधी सरकार का मैं भी अंग रहा, इसलिए पवित्र होने के लिए बोरास घाट जा रहा हूं। जहां नर्मदा स्नान करने के बाद ही दूसरा कोई काम करूंगा। उन्होंने कहा कि वे नर्मदा संरक्षण का काम जारी रखेंगे। मां नर्मदा को लेकर सरकार की उपेक्षा के खिलाफ आंदोलन की रणनीति पर धर्मसंसद में फैसला होगा, जिसकी बैठक जल्द ही बुलाई जाएगी।
छह महीने पहले नर्मदा संरक्षण समिति के सदस्य बनाए गए कम्प्यूटर बाबा ने सोमवार को एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद अचानक इस्तीफा दे दिया। इसके लिए उन्होंने कुछ साधु-संतों को भोपाल बुलाया और कहा कि संत हित का संरक्षण करने में मैं असफल रहा, इसलिए पद छोड़ रहा हूं। इसके बाद मंगलवार को भी कुछ समर्थित बाबाओं के साथ बैठक हुई, जिसमें तय किया गया कि अगले दस दिन के भीतर जबलपुर या इंदौर में धर्म संसद होगी। इसमें फैसला होगा कि संत समाज आगे क्या करेगा। दूसरे दिन कंप्यूटर बाबा ने मीडिया से भी दूरी बनाने की पूरी कोशिश की।