छिंदवाड़ा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज लगातार दूसरे दिन ओला वृष्टि से प्रभावित गाँव में फसलों की नुकसानी का मैदानी जायजा लिया। श्री चौहान ने सुबह विदिशा जिले की लटेरी विकासखंड के गाँव सगड़ा और नटेरन विकासखंड के चितोरिया में खेतों में जाकर प्रभावित फसलों को देखा और किसानों से बातचीत की। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर में छिंदवाड़ा जिले के तामिया तहसील के आदिवासी बहुल ग्राम देलाखाड़ी पहुँचे। इस गाँव में भी उन्होंने खेतों में जाकर क्षतिग्रस्त फसलों का जायजा लिया और किसानों से बातचीत की। मुख्यमंत्री श्री चौहान दोनों स्थान पर किसानों से चर्चा करते हुए ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावित किसानों को अधिकतम राहत पहुँचाने के लिए आरबीसी में जो नये प्रावधान किए हैं, उसके फलस्वरूप मध्यप्रदेश आपदाग्रस्त किसानों को सबसे ज्यादा राहत देने वाला प्रदेश बन गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को संवेदनशीलता और उदारता के साथ सर्वेक्षण के निर्देश दिए गए हैं। सब्जी की फसलों को हुए नुकसान पर भी राहत दी जायेगी। प्रभावित किसानों से कर्ज की वसूली स्थगित रहेगी। उन्होंने पशुओं, विभिन्न फसलों आदि को हुए नुकसान पर बढ़ायी गई राशि से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि गेहूँ-चना की फसलों पर हुए नुकसान के लिए 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर तथा धनिये की फसल खराब होने पर 25 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से राहत दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सिंचाई के बिजली बिलों का सरचार्ज माफ कर दिया है। मूल देयक की आधी राशि सरकार भरेगी और आधी राशि किसान 10 किश्त में जमा कर सकेंगे। पीड़ित किसानों को बीपीएल दर पर 4 माह के लिए खाद्यान्न भी दिया जायेगा। तामिया में राज्यसभा सदस्य श्री फग्गन सिंह कुलस्ते एवं श्रीमती अनुसुइया उइके, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री नानाभाऊ मोहोड़, विधायक श्री ताराचंद बावरिया तथा अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। |