हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में ट्रेकिंग के लिए गए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की (आईआईटी) के 35 छात्र लापता हो गए हैं। इलाके में बारिश और भारी बर्फबारी की वजह से मौसम खराब है। बताया जा रहा है कि यहां पर ट्रेकिंग के लिए आए कुल 45 लोग लापता हैं।
एक लापता छात्र अंकित भाटी के पिता राजवीर सिंह का कहना है कि ग्रुप के लोग हम्पटा पास पर ट्रेकिंग के लिए गए थे और वहां से वे मशहूर पर्यटन स्थल मनाली लौटने वाले थे। हालांकि अब तक उनका ग्रुप के किसी सदस्य से संपर्क नहीं हो सका है। केलांग के एसडीएम अमर सिंह नेगी का कहना है कि लाहौल-स्पीति जिले के कोकसर कैंप में 8 यात्रियों का ग्रुप सुरक्षित है। इस दल में ब्रुनेई की एक महिला और नीदरलैंड्स का एक शख्स भी शामिल है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी हुई है। कुल्लू, कांगड़ा और चंबा जिलों में बारिश से जुड़े अलग-अलग हादसों में 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई घायल हैं।
कुल्लू में एक लड़की समेत 4 लोगों ने जान गंवा दी, जबकि कांगड़ा जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। सोमावार को राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं कुछ जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं। ऐहतियात के तौर पर कांगड़ा, कुल्लू और हमीरपुर जिलों में मंगलवार को स्कूल बंद रखे गए हैं।
बाढ़ में कई घर भी बह गए। ब्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। हिमाचल के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का कहना है कि लोगों को नदियों और नालों के करीब न जाने के निर्देश दिए गए हैं। कुल्लू में जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित किया है। यहां शुरुआती अनुमान के मुताबिक 20 करोड़ की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
कुल्लू जिले के पर्यटन विकास अधिकारी बीएस नेगी का कहना है कि सभी अडवेंचरस खेल जैसे कि पैराग्लाइडिंग और ट्रेकिंग पर रोक लगा दी गई है। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन हमीरपुर, कांगड़ा और कुल्लू में सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
भारी बारिश और भूस्खलन से राज्य के 12 में से 10 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। मनाली का संपर्क राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है। वहीं, लैंडस्लाइड की वजह से 378 सड़कें बंद हैं।