इंदौर। अनंत चतुर्दशी की रात शहर में निकली झांकियों को देखने के लिए हजारों लोग उमड़े। सोमवार सुबह झांकियों और अखाड़ों को पुरस्कार की घोषणा हुई। प्रथम पुरस्कार स्वदेशी मिल की कालका माताजी झांकी को मिला। दूसरा पुरस्कार हुकुमचंद मिल की डिज्नीलैंड झांकी को मिला। तीसरा पुरस्कार मालवा मिल की भारत माता की रथयात्रा और राजकुमार मिल की मेरा नाम जोकर पर आधारित झांकी को मिला। कल्या मिल की शंकर की जटा में गंगा झांकी को विशेष पुरस्कार दिया गया।
चल समारोह में निकले आखांडों में बंदिश वर्ग में पहला पुरस्कार छोगालाल उस्ताद व्यायामशाला, दूसरा गाजीगुरु व्यायामशाला, बिंदागुरु व्यायामशाला, तीसरा पुरस्कार अहिरवार चैतन्य व्यायामशाला, आदर्श व्यायामशाला को मिला। विशेष पुरस्कार चिमनलाल उस्तान का अखाड़ा को मिला।
लठ संचालन वर्ग में पहला पुरस्कार चंद्रपाल उस्ताद व्यायामशाला, दूसरा महावीर व्यायामशाला, सार्वजनिक गांधी आदर्शन व्यायामशाला, तीसरा पुरस्कार गुरुदास व्यायामशाला, बड़ा गणपति, पवनपुत्र व्यायामशाला तिल्लोरखुर्द को मिला। विशेष पुरस्कार वीर बलवंत गुरु डमरु उस्ताद का अखाड़े को मिला।
कारवां गुजरता रहा, चलती रही सफाई
देश के सबसे स्वच्छ शहर में झांकियों और अखाड़ों का कारंवा गुजरता रहा और उनके पीछे नगर निगम का अमला पूरी शिद्दत के साथ सफाई करता रहा। जहां-जहां से कारवां गुजरा, वहां-वहां सफाई का सिलसिला चलता रहा। उधर जवाहर मार्ग पर लोग फुटपाथ पर परिवार के साथ बैठकर झांकियां निहारते दिखे। शहर में बहुत दिनों बाद यह नजारा देखने को मिला।