तिरुवनंतपुरम : यूएई स्थित कई संगठनों द्वारा केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दी गई सामग्री को तिरुवनंतपुरम लाया जाएगा. इन सामाग्रियों का वजन 175 टन है जिसकी तस्वीर शनिवार सुबह मीडिया में आयी. तस्वीर में नजर आ रहा है कि यूएई के स्काई कार्गो में राहत सामाग्री लोड की जा रही है. इससे पहले शुक्रवार को यूएई की मदद की पेशकश ठुकराने के मामले पर केंद्र और केरल सरकार के बीच विवाद अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि यूएई के राजदूत ने एक इंटरव्यू में यह कहकर मामले को एक अलग रंग दे दिया कि संयुक्त अरब अमीरात ने अभी तक आधिकारिक तौर पर ऐसा कोई एलान किया ही नहीं है, जिसमें मदद की रकम का भी जिक्र हो.
राजदूत अहमद अलबन्ना ने कहा कि केरल बाढ़ के बाद चल रहे रिलीफ ऑपरेशन का आकलन किया जा रहा है, ऐसे में बतायी जा रही राशि को ‘फाइनल’ नहीं कहा जा सकता है. जब उनसे पूछा गया कि क्या ऐसा कहा जा सकता है कि यूएई ने 700 करोड़ रुपये का मदद का एलान नहीं किया है. तो राजदूत ने कहा कि हां, यह सही है. यह अभी तक फाइनल नहीं हुआ है. अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक एलान नहीं हुआ है. राजदूत ने कहा कि हम भारत में आर्थिक मदद के नियमों को जानते-समझते हैं. इसलिए सरकार द्वारा बनायी गयी कमेटी भारत सरकार के अधिकारियों के साथ इस मामले में समन्वय स्थापित कर रही है. इसके अलावा त्वरित मदद के लिए वह कमेटी स्थानीय अधिकारियों के साथ भी बातचीत भी कर रही है.
भाजपा का हमला
अहमद अल बन्ना का बयान सामने आते ही भाजपा केरल की लेफ्ट सरकार पर हमलावर हो गयी. भाजपा ने दावा किया कि यूएई की मदद की मनगढ़ंत बात ‘कम्युनिस्ट-इस्लामिक’ इसलिए रची गयी ताकि देश को बदनाम करने का काम किया जा सके. भाजपा ने हमला करते हुए कहा कि यह बेहद अजीब बात है कि सरकार की ओर से मदद का ऑफर ठुकराने की बात की गयी, जबकि ऐसी कोई पेशकश की ही नहीं गयी थी. बन्ना ने कहा कि यूएई ने सिर्फ एक इमर्जेंसी कमिटी गठित करने को कहा था ताकि लोगों से ईद के दौरान इस प्राकृति आपदा के लिए दान की अपील की जा सके.
सीएम ऑफिस से जारी हुई 700 करोड़ रुपये की मदद की जानकारी
केंद्र के द्वारा यूएई से 700 करोड़ रुपये के मदद को ठुकराने को लेकर मचा बवाल सबसे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के ऑफिस से आयी थी. उनके दफ्तर की तरफ से 21 अगस्त की रात नौ बजकर 56 मिनट पर एक प्रेस रिलीज फेसबुक पर पोस्ट की गयी, जिसमें उन्होंने यूएई के क्राउन प्रिंस का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने केरल के लिए 700 करोड़ रुपये की मदद का एलान किया. यही प्रेस रिलीज केरल के मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी की गयी. 22 अगस्त को यूएई के प्रिंस नाहयान की तरफ से भी ट्वीट हुआ. इस ट्वीट में उन्होंने संकट की इस घड़ी में भारत की हर संभव मदद का भरोसा दिया. लेकिन इसमें कहीं नहीं लिखा था कि यूएई बाढ़ पीड़ितों के लिए 700 करोड़ दे रहा है.